धूल और धुंध में ग्रैप के नियम हवा हुए, स्टेशनों में लोनी की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर

गाजियाबाद: सड़कों पर धूल, धुंध और कूड़ा जलने से ग्रैप के सभी नियम हवा हो रहे हैं. गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में शामिल रहा. लोनी की स्थिति दूसरे दिन भी गंभीर हालत में रही. इंदिरापुरम, वसुंधरा और संजयनगर का एक्यूआई भी सुबह से खराब श्रेणी में बना रहा.
जिला पहली बार ग्रैप के तीसरे चरण में शामिल हुआ. एक्यूआई थोड़ा सा कम होकर एक्यूआई 394 पर पहुंच गया. लोनी और वसुंधरा की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है. वहीं, रात 10 बजे लोनी और वसुंधरा का एक्यूआई 500 अंक को भी पार कर गया. हालांकि, शाम बजे तक लोनी का एवरेज एक्यूआई 480 और वसुंधरा का एक्यूआई 389 रहा. इंदिरापुरम की स्थिति भी अच्छी नहीं है. यहां का एक्यूआई भी 346 पर रहा. सबसे ज्यादा स्थिति लोनी की खराब है.

वाहनों के दौड़ने से उड़ती धूल बड़ी वजह लोनी और वसुंधरा क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ने का सबसे बड़ा कारण सड़क पर उड़ती धूल, बड़े वाहनों का चलना और कूड़े में आग लगाया जाना है. लोनी में सड़क पर उड़ती धूल के अलावा रात में अवैध फैक्टरियों का चलना भी बड़ी वजह है. जानकारों की माने तो लोनी के कई क्षेत्रों में रांगा गलाने की फैक्टरी है. साथ ही तांबा, एल्युमिनियम की सिल्ली बनाने और अवैध फैक्टरियों में चलने वाले बायलर से प्रदूषण हो रहा. इन पर लगाम नहीं लग पा रही. इससे लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है.