डॉक्टरों का अस्पताल के रोगियों को सही लाभ नहीं

मोतिहारी: एक सौ बेड के नया अस्पताल भवन में रोगियों को सभी प्रकार की सुविधा प्राप्त करने में परेशानी नहीं हो. इसके लिए सरकार की ओर से करीब 18 विशेषज्ञ चिकित्सकों व एमडी की शिक्षा प्राप्त कर रहे सीनियर रेजिडेंट चिकित्सकों को सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त किया गया.
सरकार के इस नये गाइडलाइन के अनुसार हर माह के बाद 18 विशेषज्ञ चिकित्सकों को बदल कर दूसरे टीम को तैनात किया जायेगा.

क्या कहता है सरकारी नियम सरकारी नियम के अनुसार मेडिकल कॉलेज के सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त 18 चिकित्सकों को सदर अस्पताल में हर वो काम करना है. जो काम पूर्व से कार्यरत चिकित्सक सदर अस्पताल में करते हैं. नियमित चिकित्सको की तरह मेडिकल कॉलेज के प्रतिनियुक्त चिकित्सकों को सदर अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी, रोस्टर के अनुसार ड्यूटी, रात्रिकालीन, प्रातकालीन, संध्याकालीन सेवा देना है. रात का इमरजेंसी ड्यूटी भी करना है. मगर सदर अस्पताल के जिम्मेदार पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण संबंधित चिकित्सकों का ड्यूटी केवल सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक हीं लिया जाता है. जबकि संध्याकालीन ओपीडी का समय बजे तक है.