झारखंड विस को चार साल बाद मिला नेता प्रतिपक्ष

राँची: झारखंड विधानसभा में लगभग पौने चार साल तक नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रही. पांचवीं विधानसभा का गठन दिसंबर में हुआ था. उसके बाद से ही नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली रही. 16 को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो को पत्र लिखकर अमर कुमार बाउरी को विधायक दल के नये नेता निर्वाचित होने की जानकारी दी.

पहले बाबूलाल विधायक दल नेता चुने गए थे 23 फरवरी को बाबूलाल मरांडी भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में चुने गए थे. भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक पी मुरलीधर राव की उपस्थिति में भाजपा विधायकों ने सर्वसम्मति से मरांडी के नाम पर मुहर लगाई थी. इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा समेत पार्टी के 25 विधायक मौजूद थे. विधायक ढुलू महतो को छोड़कर भाजपा के सभी विधायकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. 23 फरवरी से लेकर 15 23 तक झारखंड विधानसभा से उन्हें नेता प्रतिपक्ष की मान्यता नहीं मिली. उनके खिलाफ दल-बदल का मामला चल रहा है. पहले स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने स्वत संज्ञान लेकर दल-बदल का मामला दर्ज कराया. उसके बाद शिकायत कर दल-बदल के तहत सदस्यता खत्म करने को याचिका दायर की. सभी मामलों की सुनवाई स्पीकर के न्यायाधिकरण में चल रही है.