बिजली की मांग को लेकर रिपोर्ट तलब

देहरादून: सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उत्तराखंड में आने वाले नए उद्योगों के लिए बिजली डिमांड की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं. शासन से मिले निर्देश के बाद ऊर्जा निगम मुख्यालय रिपोर्ट तैयार करने में जुट गया है. सभी डिवीजनों से उनके क्षेत्रों की मौजूदा डिमांड के साथ ही भविष्य की जरूरतों और मांग को देखते हुए आकलन करके रिपोर्ट भेजने को कहा गया है.
दरअसल, अल्मोड़ा पिथौरागढ़, रुद्रपुर और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज समेत भविष्य में अन्य जिलों में भी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज बनने हैं. इसी के साथ ही नर्सिंग कॉलेज, पैरा मेडिकल कॉलेज और नए अस्पताल तैयार होने हैं. हरिद्वार, यूएसनगर में नए बड़े उद्योग आने हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों का भी तेजी से चलन बढ़ रहा है. ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों के जरिए घर- घर बिजली की खपत बढ़नी है.
मांग को पूरा करने की स्थिति में नहीं उत्पादन गर्मियों में पीक टाइम पर बिजली की डिमांड 2600 मेगावाट तक पहुंच जाती है. जबकि उत्तराखंड का अपना बिजली उत्पादन 20 मेगावाट के करीब है. उपभोक्ताओं की डिमांड पूरा करने के लिए ऊर्जा निगम बाजार पर निर्भर रहता है.
छात्रसंघ चुनाव घोषित होते ही तैयारियों में जुटे संगठन

बात सबसे बड़े कॉलेज डीएवी की करें तो यहां एबीवीपी और एनएसयूआई में सीधी टक्कर मानी जा रही है. एबीवीपी के सामने एक बड़ी चुनौती पिछले साल संगठन से जुड़े कई पूर्व अध्यक्ष एवं छात्र नेताओं को साधना होगा. इनमें कई छात्र नेता तैयारी में जुट गए हैं. यशवंत पंवार, ऋषभ मल्होत्रा, सुमित, नवदीप राणा प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. एनएसयूआई के लिए भी नए अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के आने के बाद चुनाव में सबको संतुष्ट करने की चुनौती होगी. यहां अध्यक्ष पद पर राहुल जग्गी, हरीश जोशी, सिद्धार्थ अग्रवाल, सागर पुंडीर, शालिनी भंडारी को उम्मीदवार माना जा रहा है. आर्यन संगठन के अध्यक्ष अनिल डबराल के अनुसार, हम केवल महासचिव पद पर ही डीएवी एवं बाकी कॉलेजों में प्रत्याशी घोषित करेंगे. पर, ठोस निर्णय के बाद.