बढ़ते प्रदूषण ने तुलसी के पत्तों को भी कर दिया प्रदूषित

बरेली: बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण ने तुलसी के पत्तों को भी प्रदूषित कर दिया है. आईवीआरआई के वैज्ञानिकों के शोध में इस बात की पुष्टि हुई है. शोध के दौरान वैज्ञानिकों को तुलसी के पत्तों पर 73 प्रकार के हानिकारण रोगाणु मिले जो कई बीमारियों का कारण होते हैं. हालांकि इस शोध में तुलसी की पत्तियों पर 23 बेहतर जीवाणु भी मिले, जो लीवर और आंत की बीमारियों को खत्म करने में सहायक होते हैं.

ये बेहतर जीवाणु मिले
अध्ययन में तुलसी की पत्तियों पर लाइसेनी वैसिलस स्फैरिकस, पैनी वैसिलस पैंटो थ्रैंटिकस ग्रुप के बेहतर जीवाणु भी मिले. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये जीवाणु लीवर और आंतों को लाभ पहुंचाते हैं. साथ ही, डेंगू व मलेरिया मच्छरों के लार्वा को खत्म करते हैं.
ये खतरनाक रोगाणु मिले
जानपदिक रोग विभाग के अध्ययन में प्रोविडेंसिया रेटजेरी, एंट्रोकोफस फिकैलिस और एंट्रोकेकस फिसियम ग्रुप के खतरनाक रोगाणु भी तुलसी की पत्तियों पर मिले. इनके कारण पशुओं में थनैला बीमारी और मनुष्यों की आंतों में इन्फेक्शन होता है.