वेट लिफ्टिंग के दौरान कलाई में नहीं लगेगी चोट, बस इन बातों का रखें ध्यान

जिम में वर्कआउट करते हुए हम सभी कई तरह की एक्सरसाइज करते हैं। कार्डियो से लेकर वेट लिफ्टिंग तक कई तरह का वर्कआउट ना केवल बॉडी को शेप देता है, बल्कि बॉडी स्टेमिना और स्ट्रेन्थ भी बढ़ाता है।

हालांकि, कई बार यह देखने में आता है कि जब हम वेट लिफ्टिंग करते हैं तो उस दौरान कलाइयों में इंजरी हो जाती है।
हाथों की मूवमेंट करने से लेकर वजन उठाते समय हम कई छोटी-छोटी चीजों की अनदेखी करते हैं। लेकिन ये छोटी-छोटी बातें वर्कआउट परफार्मेंस को इफेक्ट करती हैं। इतना ही नहीं, इससे कलाई में चोट लगने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
हालांकि, अगर आप चाहती हैं कि वेट लिफ्टिंग के दौरान आपकी कलाइयों में किसी तरह की इंजरी ना हो, तो ऐसे में आप कुछ छोटे-छोटे टिप्स को फॉलो कर सकती हैं-
कलाइयों का भी करें वार्मअप
यह तो हम सभी जानते हैं कि किसी भी वर्कआउट से पहले बॉडी वार्मअप करना बेहद जरूरी होता है। लेकिन अक्सर हम कलाइयों के मूवमेंट पर उतना ध्यान नहीं देते हैं। हालांकि, अगर आप वेट लिफ्टिंग करने वाली हैं तो ऐसे में आपको कलाइयों का वार्मअप भी जरूर करना चाहिए।
इससे आपकी कलाइयों के ज्वॉइंट्स थोड़े ल्यूब्रिकेट हो जाते हैं, जिससे मूवमेंट करना आसान हो जाता है। इसके लिए आप मुट्ठी बनाकर उसे घुमा सकती हैं या फिर एक्सटेंसर स्ट्रेच को बतौर वार्मअप किया जा सकता है।रिस्ट रैप का करें इस्तेमाल
अगर आप हैवी वेट लिफ्टिंग करने वाली हैं तो यह सलाह दी जाती है कि आप रिस्ट रैप का पहनकर ही वर्कआउट करें। खासतौर से, बेंच प्रेस, ओवरहेड प्रेस, या हैवी कर्ल वर्कआउट करते समय कलाई में चोट लगने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
लेकिन जब आप रिस्ट रैप का इस्तेमाल करती हैं तो यह आपकी कलाई को अतिरिक्त सपोर्ट देता है, जिससे आपको मूवमेंट के दौरान स्टेबलाइज रहने में मदद मिलती है। ऐसे में कलाई में चोट लगने से बचा जा सकता है। (कोर को स्ट्रेंथ करने वाली एक्सरसाइज)
सही हो तकनीक
वेट लिफ्टिंग के दौरान अक्सर कलाई में चोट उन्हें लगती है, जिनका बॉडी पोश्चर या तकनीक सही नहीं होती है। अगर आप किसी भी वर्कआउट को बहुत जल्दी-जल्दी करती हैं या फिर गलत तरीके से करती हैं तो इससे आपको कोई फायदा नहीं होता है, बल्कि इससे कलाई में चोट लग सकती है।
इसलिए, बेहतर होगा कि आप ट्रेनर की देख-रेख में वेट लिफ्टिंग करें। इससे आपकी कलाई में चोट लगने की संभावना न के बराबर होगी। (पीठ की मसल्स को मजबूत बनाएं)
बहुत अधिक वजन ना उठाएं
अक्सर यह देखा जाता है कि जब लोग वेट लिफ्टिंग करते हैं तो ऐसे में बहुत हैवी वेट उठाते हैं। वे अपनी बॉडी में कम समय में बदलाव होते हुए देखना चाहते हैं, जिसके कारण जरूरत से ज्यादा वजन उठाते हैं। लेकिन आपको हमेशा अपनी स्ट्रेन्थ के अनुसार ही वजन उठाना चाहिए।
अगर आप उससे अधिक वजन उठाते हैं तो इससे कलाई में चोट लग सकती है। हमेशा शुरुआत हल्के वजन से करें और धीरे-धीरे समय के साथ वजन बढ़ाते जाएं।