शहर में मलबा निस्तारण के लिए एक और प्लांट लगेगा

गुडगाँव: नगर निगम की तरफ से नए शहर में एक और मलबा निस्तारण प्लांट (सीएंडडी) लगाया जाएगा. इसको लेकर निगम ने योजना तैयार कर ली है. प्लांट स्थापित करने के लिए निगमायुक्त ने जोन-3 और जोन-4 में जगह निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं. निगम ने इस प्रस्ताव तैयार कर लिया है. 400 टन प्रतिदिन के हिसाब से इस प्लांट में मलबे को निस्तारण करने की क्षमता होगी.

नगर निगम की तरफ से मलबा निस्तारण प्लांट का निर्माण ईपीसी (इंजीनियच्रग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) मोड पर किया जाएगा. इसको लगाने में खर्च का वहन निगम द्वारा किया जाएगा. जबकि वन एवं पर्यावरण क्लीयरेंस निजी एजेंसी को करवानी होगी. इस प्लांट को निगम अधिकारियों की निगरानी में संचालित किया जाएगा. प्लांट निर्माण पर करीब नौ करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान निगम ने अभी तक बनाया है. प्लांट के अंदर मशीनरी आदि लगाने का काम भी निजी एजेंसी द्वारा किया जाएगा.
एजेंसी घरों से भी मलबा उठाएगी निगम द्वारा जिस एजेंसी को मलबा निस्तारण प्लांट लगाने का टेंडर दिया जाएगा. उस एजेंसी को ही घर-घर से मलबा उठाने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी. अगर कोई व्यक्ति अपना मकान, दुकान, कार्यालय कुछ भी तोड़ता है तो उसका मलबा निगम की एजेंसी द्वारा ही उठाया जाएगा. जिसकी एवज में मलबा देने वाले को नियमानुसार फीस का भुगतान निगम को करना होगा.
बसई पहले ही लगा प्लांट
गांव बसई में निगम ने मलबा निस्तारण प्लांट का कार्य निजी एजेंसी को 20 साल के लिए दिया है. यहां करीब एक हजार टन मलबे का रोजाना निस्तारण किया जा रहा है, लेकिन शहर में रोजाना करीब दो हजार टन से ज्यादा का मलबा उत्पन्न हो रहा है.
निगम सर्वे करा चुका
निगम की तरफ से शहर में खुले में डाले जा रहे मलबे की शिकायतों के समाधान के लिए निजी एजेंसी से एक सर्वे करवाया गया है. निजी एजेंसी की तरफ से की गई सर्वे में शहर में 314 स्थानों पर अवैध रूप से मलबा डाला जा रहा है.
मलबा निस्तारण को लेकर शहर में एक और प्लांट लगाने की योजना तैयार कर की है. इसको लेकर जल्द टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी. अवैध रूप से सड़कों पर मलबा गिराने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-पीसी मीणा, निगमायुक्त, नगर निगम, गुरुग्राम