भारत में अल�?पसंख�?यकों का डर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा, केरल के म�?ख�?यमंत�?री पिनाराई विजयन…

जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क | केरल के म�?ख�?यमंत�?री पिनाराई विजयन ने केरल नदवथ�?ल म�?जाहिदीन के राज�?य सम�?मेलन के हिस�?से के रूप में सार�?वजनिक सम�?मेलन को संबोधित करते ह�?�? कहा कि देश में अल�?पसंख�?यकों की स�?थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है और उन�?हें उन लोगों को अपनी गर�?दन नहीं दिखानी चाहि�? जो उन पर क�?ल�?हाड़ी मारते हैं। टिप�?पणियां म�?जाहिदीन की �?क स�?पष�?ट आलोचना थी, जिसकी संघ परिवार के प�?रति कथित नरम दृष�?टिकोण के लि�? वामपंथियों द�?वारा व�?यापक रूप से आलोचना की जाती है। इससे पहले सीपी�?म सांसद जॉन ब�?रिटास ने भी सम�?मेलन को संबोधित करते ह�?�? क�?छ �?सी ही भावना व�?यक�?त की थी। पिनाराई ने कहा, “धर�?मनिरपेक�?षता की रक�?षा के लि�? लोकतंत�?र के समर�?थकों को खारिज करना होगा। अल�?पसंख�?यकों में डर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। प�?रम�?ख पदों पर बैठे लोगों की मिलीभगत से स�?थिति बिगड़ती है। वे देश के हित के खिलाफ खड़े हैं। हमें साम�?प�?रदायिक ताकतों से सम�?ौता नहीं करना चाहि�?। यह महसूस करने में असमर�?थता कि वे हमें धोखा देने के लि�? कई तकनीकों का इस�?तेमाल करेंगे, अंततः खतरे में पड़ेंगे।” सिर�?फ 22 मिनट पहले मन�?नम ने जो कहा, उसका असली अर�?थ म�?�?े सम�? में आया, �?क नायर दूसरे को बर�?दाश�?त नहीं कर सकता: शशि थरूर उन�?होंने कहा कि केरल �?कज�?ट होकर आर�?स�?स के साम�?प�?रदायिक �?जेंडे का विरोध कर रहा है, जिसने देश के हर क�?षेत�?र में अपनी पैठ बना ली है। उन�?होंने कहा, “सभी छोटे-छोटे मतभेदों को भूलकर �?क साथ खड़े होना जरूरी है। हमें यहां जिस बात पर चर�?चा करने की जरूरत है, वह यह है कि हमें सांप�?रदायिकता के प�?रति क�?या रवैया अपनाना चाहि�?। सभी धर�?मनिरपेक�?ष विचारकों को �?क साथ आना चाहि�?। मतभेदों को बढ़ाने वाला कोई भी हस�?तक�?षेप मददगार नहीं होगा।” . सी�?म ने यह भी कहा कि जब अल�?पसंख�?यकों को बांटने के संघ परिवार के कथित कदम का विरोध करने या इसके खिलाफ �?कज�?ट आवाज उठाने की जरूरत है, तो इसे ख�?ले तौर पर किया जाना चाहि�? और कोई भी इसका मूक गवाह नहीं रहना चाहि�?. पिनाराई ने दावा किया कि धर�?म की पहचान सांप�?रदायिकता से नहीं की जा सकती है, लेकिन भाजपा लोगों को सांप�?रदायिक रूप से विभाजित करने के लि�? पूर�?व का उपयोग कर रही थी। उन�?होंने आगे आरोप लगाया कि भगवा पार�?टी क�?छ जगहों पर अल�?पसंख�?यकों को ख�?श करने की कोशिश करती है और क�?छ अन�?य जगहों पर प�?रम�?ख अल�?पसंख�?यक समूहों पर शातिर हमले कि�? जाते हैं और जहां यह संभव नहीं होता, वहां वे उन�?हें �?क-दूसरे के खिलाफ लड़ाने की कोशिश करते हैं। सी�?म ने कहा कि भारत में कोई भी धर�?म दूसरे से ऊपर या नीचे नहीं है, लेकिन कानून के माध�?यम से – नागरिकता अधिनियम – या शक�?ति के उपयोग के माध�?यम से इस दृष�?टिकोण को कम करने का प�?रयास किया जा रहा है। उन�?होंने कहा, “भारत में धार�?मिक अल�?पसंख�?यकों का संरक�?षण आवश�?यक था और सभी नागरिक बिना किसी डर के जीने में सक�?षम होने चाहि�?। देश को बिना किसी भेदभाव के �?क जगह बनना चाहि�?।”

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CREDIT NEWS: mathrubhumi