आज रात हमास की खात्मे की रात, छिड़ा बड़ा युद्ध

हम हमास को खत्म कर देंगे हमला करने वालो को कीमत चुकानी पड़ेगी अब ये शुरुरात है ईरान को और पूरी दुनिया को हमेशा के लिए याद रहेगा ये युद्ध। हम हमास का दी एन्ड करेंगे। – प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू

इजरायल और हमास युद्ध के हर नए दिन के साथ पूरी दुनिया के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है. अभी तक इजरायल को अमेरिका के साथ-साथ फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे मुल्क का समर्थन है जबकि गाजा के पक्ष में ईरान और रूस जैसे देश लामबंद होने लगे हैं. इस बीच इजरायल ने प्रण लिया है कि वह हमास को नेस्तनाबूद किए बिना नहीं रुकेगा.
इजरायल और हमास का युद्ध अब जमीनी आक्रमण की तरफ बढ़ रहा है. अगर इजरायल के टैंक गाजा में घुसते हैं तो क्या होगा? हमास के साथ-साथ लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी इजरायल के खिलाफ खड़ा हो गया है. इजरायल में नेतन्याहू की पार्टी की एक सांसद ने गाजा के खिलाफ सीधे परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही है.
इस जंग में अब ईरान ने इजरायल को सीधी चेतावनी दे दी है कि अगर गाजा पर इसी तरह बमबारी जारी रही तो युद्ध के कई मोर्चे खुल सकते हैं. इस तरह ईरान ने खुले शब्दों में इजरायल को महायुद्ध की धमकी दे दी है.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने लेबनान की राजधान बेरूत से इजरायल को खुली धमकी देते हुए कहा है कि अगर गाजा पर बमबारी नही रोकी गई तो युद्ध के कई मोर्चे खुल सकते हैं. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस्लामिक और अरब देशों से आह्वान किया है कि वो इजरायल के खिलाफ युद्ध में सहयोग करें.
लेबनान का संगठन हिजबुल्लाह भी चरमपंथी संगठन हमास का साथ दे रहा है. हिजबुल्लाह के लड़ाके भी हमास के साथ मिलकर इजरायल पर हमले कर रहे हैं. ऐसे में लेबनान और इजरायल के बीच जबरदस्त तनाव है. इजरायल इस वजह से गाजा के साथ-साथ लेबनान पर भी हवाई हमले कर रहा है.
ऐसे में सवाल है कि क्या ईरान की इस धमकी को वर्ल्ड वॉर की वॉर्निंग माना जाए क्योंकि इजरायल के साथ अमेरिका खड़ा है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजरायल के दौरे पर हैं.
इजरायल से सटे जॉर्डन में भी हजारों लोग गाजा के लिए एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुए हैं. गाजा के लिए जॉर्डन की राजधानी में जुलूस निकाले जा रहे हैं. इन सबके बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी गाजा पर इजरायल की एयर स्ट्राइक और सैन्य कार्यवाई पर सवाल उठाए हैं. पुतिन ने साफ कहा है कि गाजा में आम लोगों की मौतों को स्वीकार नहीं किया जाएगा. तो क्या ऐसे में इजरायल और हमास के बीच छिड़ा यह युद्ध महायुद्ध में तब्दील होने जा रहा है.
इस जंग में जीत के लिए इजरायली फौज को आतंक के खूंखार लड़ाकों से निपटना होगा. ऐसे आतंकी जिन्हें फौज की तरह ट्रेनिंग मिली हुई हैं, जो दुनिया के सबसे घातक हथियार चलाना जानते हैं. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल की सेना के पास मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए तीन सैन्य विकल्प मौजूद हैं.
उन्होंने बताया कि सबसे पहला विकल्प यह है कि इजरायली सेना हवाई हमलों के अलावा जमीन पर फौज उतारने के बजाए स्पेशल कमांडोज को भेज सकती है. इसके लिए इजरायली सेना को गाजापट्टी की घेराबंदी और मजबूत करनी होगी. बंधखों की रिहाई के साथ-साथ हमास की टॉप लीडरशिप को मिटाने के लिए कोवर्ट ऑपरेशन को शुरू करना होगा. हालांकि, इस ऑपरेशन में इजरायली सेना के सामने कई चुनौतियां हैं.भारतीय वायुसेना के पूर्व विंग कमांडर एमएम जोशी मानते हैं कि इजरायली सेना की क्षमता पर सवाल नहीं है लेकिन सवाल जमीन के उस टुकड़े के भूगोल का है, जहां ऑपरेशनको अंजाम देना टेढ़ी खीर है.
डिफेंस एक्सपर्ट मानते हैं कि इजरायल की सेना एयरस्ट्राइक के साथ कोवर्ट ऑपरेशन और लिमिटेड ग्राउंड अटैक कर सकती है. लिमिटेड ग्राउंड अटैक का मतलब एक खास इलाके में सेना को भेजने से है. इसके जरिए हमास पर इजरायली सेना अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है और साथ ही फिलिस्तान का सपोर्ट कर रहे मुल्क के जरिए बातचीत का रास्ता खुलवा सकती है..इस तरह दूसरे विकल्प में सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ बैक डोर डिप्लोमेसी के जरिए बंधकों की रिहाई के बाद युद्धविराम का ऐलान हो सकता है, लेकिन इस विकल्प में भी चुनौतिया कई है. अगर युद्ध लंबा चलता है तो गाजा की घेराबंदी ज्यादा दिनों तक करना मुश्किल होगा. अंतरराष्ट्रीय दवाब के साथ-साथ फिलिस्तिनियों की नाराजगी इजरायल के खिलाफ बढ़ेगी. इससे इजरायल की छवि प्रभावित हो सकती है. डिफेंस एक्सपर्ट एमएम जोशी मिलिट्री एक्शन में विश्वयुद्ध की संभावना देख रहे हैं. एयरस्ट्राइक के साथ-साथ ग्राउंड पर बड़ा एक्शन करना होगा.