नवरात्रों के पहले दिन अम्बाला एयरपोर्ट की नींव का पत्थर रखेंगे मुख्यमंत्री मनोहर लाल

अंबाला। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक के बाद एक लगातार प्रदेश को सौगात दे रहे हैं। कल 15 अक्तूबर को नवरात्रों का पहला दिन अम्बाला के इतिहास में खास दिन के तौर पर दर्ज होने जा रहा है। क्योंकि मुख्यमंत्री दोपहर बाद अम्बाला एयरपोर्ट की स्थापना के लिए भूमि पूजन कर शिलान्यास करेंगे। इस एयरपोर्ट के बनने के बाद हरियाणा देश के उन चुनिंदा प्रदेशों में शामिल हो जाएगा जहां दो एयरपोर्ट हैं। सबको ज्ञात है कि हिसार में भी महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा बन रहा है। अंबाला में एयरपोर्ट अनिल विज का ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। अंबाला कैंट में डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए वह काफी समय से प्रयासरत थे। विज ने एयरपोर्ट को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। क्योंकि छावनी क्षेत्र में एयरपोर्ट बनवाना एक बड़ी चुनौती थी। सुरक्षा कारणों के चलते इस प्रकार के प्रोजेक्ट छावनी क्षेत्र में लगाए जाने को लेकर काफी कठिनाइयां आ रही थी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार भारत सरकार द्वारा “उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना को वर्ष 2016 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत एक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) के रूप में शुरू किया गया था। इस स्कीम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी जिनका सपना है कि हवाई चप्पल वाला साधारण व्यक्ति भी हवाई यात्रा करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उड़ान’ स्कीम के तहत अम्बाला में बनने वाला एयरपोर्ट भी प्रधानमंत्री के सपने को पंख लगाएगा।
अम्बाला हवाई अड्डे पर सिविल एन्क्लेव को आरसीएस उड़ान योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरसीएस को बढ़ावा देने और सभी के लिए हवाई यात्रा को किफायती बनाने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ 7 जुलाई 2017 को हरियाणा सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें आरसीएस मार्गों पर उड़ानों के संचालन के लिए वित्तीय अंतराल को पूरा करने के लिए एयरलाइन ऑपरेटरों औरव्यवहार्यता गैप फंडिंग (बीजीएफ) के लिए रियायतें शामिल हैं। एमओयू के प्रावधान के तहत, राज्य सरकार ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस), यूडीएएन विमान उड़ानों सहित सभी यात्री उड़ानों के लिए एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर वैट को घटाकर 1% कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही हिसार हवाई अड्डे से संचालितआरसीएस उड़ानों के लिए 20% व्यवहार्यता गैप फंडिंग प्रदान कर चुकी है। वित्तीय वर्ष 2021-2022 के दौरान रीजनल एयर कनेक्टिविटी फंड ट्रस्ट, नई दिल्ली को लगभग ₹14 लाख रूपये की राशि पहले ही वितरित की जा चुकी है।