
रायपुर। रायपुर जिला प्रशासन के सहयोग से फुंडहर में संचालित नव गुरुकुल संस्थान में सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही छात्राओं ने आज दो उन आई.ए.एस. अफसरों से सफलता के टिप्स सुने, जिन्होंने देश के ख्यातिलब्ध संस्थान आई.आई.टी. से डिग्री प्राप्त की है। नगर निगम रायपुर के कमिश्नर और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध संचालक अबिनाश मिश्रा, जिन्होंने आई.आई.टी. खड़गपुर से और जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विश्वदीप ने आई.आई.टी. दिल्ली से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया है, आज सॉफ्टवेयर डेव्हलपमेंट, वेबसाइट क्रिएशन, कोडिंग तकनीक सहित बहुराष्ट्रीय कंपनियों में रोजगार के अवसर के साथ ही स्टार्टअप से बदल रही दुनिया के बारे में स्टूडेंट्स को उपयोगी जानकारी दी।

रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में नव गुरुकुल संस्थान फुंडहर में संचालित है, जिसमें 100 छात्राएं निःशुल्क सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की ट्रेनिंग ले रही है। लगभग 18 माह में पूरी होने वाली इस ट्रेनिंग के बाद उन्हें बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने का अवसर मिलेगा, साथ ही इस ट्रेनिंग से सॉफ्टवेयर डेव्हलपमेंट और स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखने का मौका मिलेगा।
इन अफसरों से विद्यार्थियों ने अपने कैरियर से जुड़े सवाल पूछे, यह जानना चाहा कि विभिन्न विषयों के बीच कैरियर के लिए सही चयन किस तरह से करें और प्रतियोगिता के दौर में अपना सर्वश्रेष्ट देने की क्षमता विकसित कैसे करें। कमिश्नर श्री मिश्रा ने उन्हें बताया कि सीखने की प्रवृति हमेशा बनाए रखें और दुनिया में आ रही हर नई तकनीक को अपनी गतिविधियों में शामिल रखें। सी.ई.ओ. विश्वदीप ने सभी को सलाह दी कि भारत रत्न ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की सीख को ध्यान में रखकर हमेशा बड़ा सोचे और अपने सपने को पूरा करने पूरी ताकत से ऐसे जुटे कि जीवन में आने वाली बाधाएं छोटी लगने लगे। इस परिचर्चा के लिए नव गुरुकुल के प्रमुख निकेश ध्रुव व रायपुर कैंपस की मैनेजर पूर्वी सक्सेना ने संस्थान की ओर से दोनों अफसरों के प्रति आभार व्यक्त किया।