युवती को अगवा कर गला रेता, फिर मोहनलालगंज में फेंका

लखनऊ: पारा में बुर्का पहने महिला शाम को एक युवती को पूजा अर्चना कराने के बहाने वैन से अगवा कर ले गई. फिर उसका गला रेत दिया गया.
वह खून से लथपथ दूसरे दिन सुबह मोहनलालगंज कस्बे में मिली. उसकी गर्दन पर गहरे जख्म और शरीर के अधिकतर जगह खरोंच और चोट के निशान थे. वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी. उसे पीजीआई के ट्रामा-2 में भर्ती कराया गया है. वहीं परिवारीजन रात भर उसे ढूंढ़्ते रहे थे. सुबह उन्हें पुलिस से बेटी के घायल हालत में मिलने की बात पता चली. गर्दन में नली पड़ी होने से पुलिस उसका बयान नहीं ले सकी है. पुलिस पता कर रही है कि युवती से तीन दिन से मिलने आ रही बुर्कानशीं कौन थीं और अब वह कहां है…. युवती को उसने रात भर कहां रखा… चोट कैसे आयी…. कहीं दुष्कर्म तो नहीं हुआ है….
युवती का पति से हो चुका है अलगाव पारा के फतेहगंज निवासी युवती और उसकी मां घर के पास चाय की दुकान चलाती हैं. मां के मुताबिक यहां एक बार बुर्कानशी आयी. उसने अपना नाम आशना और पीजीआई के पास घर बताया था. बेटी का पति से अलगाव हो गया था और जुड़वा बच्चे हैं. शाम चार बजे आशना उसे यह कहकर ले गई कि आगरा एक्सप्रेस वे के पास एक जगह वह पूजा-अर्चना करायेगी, जिससे दुख खत्म हो जाएंगे. युवती की मां ने बताया कि रात आठ बजे तक वह नहीं आई तो सब परेशान होने लगे. उसे आगरा एक्सप्रेस वे तक तलाशा गया पर कुछ पता नहीं चला. शाम को माता-पिता ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन मदद नहीं मिली.

युवती बोली, जूस पीते बेहोश हुई एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक युवती इतना बता सकी कि आशना वैन से आई थी. इसमें ड्राइवर था. बुद्धेश्वर के पास आशना ने जूस पिलाया. इसके बाद होश नहीं कि उसे कहां ले जाया गया, वह कैसे मोहनलालगंज पहुंची. एसीपी अनूप ने बताया कि युवती वैन से जाना बता रही है जबकि ग्रामीणों का कहना है कि आशना इनोवा से ले गई थी.