अंतर्राज्यीय जांच चौकियों में कलेक्टर ने लगाई कर्मचारियों की ड्यूटी

महासमुंद। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन अवधि के दौरान ओड़िशा व अन्य पड़ोसी राज्यों से जिले में धान उपार्जन केन्द्रां में विक्रय के लिए आने वाले धान की रोकथाम एवं नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए कलेक्टर प्रभात मलिक द्वारा जांच चौकियों में धान उपार्जन समयाविध तक राजस्व, कृषि उपज मंडी समिति, पंचायत, वन एवं जिला सेनानी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जांच चौकी के प्रभारी अधिकारी संबंधित तहसील के तहसीलदार होंगे।

कलेक्टर ने जांच चौकियों में पदस्थ कर्मचारियों को संबंधित जांच चौकी में उपस्थित रहकर शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में धान के परिवहन पर सतत निगरानी रखने तथा अवैध परिवहन संचालन संबंधी अनियमितता पाए जाने पर मंडी अधिनियम के अंतर्गत नियमानुसार वाहन एवं धान जप्ती की कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए है।
जिले में स्थापित कुल 16 अंतर्राज्यीय जांच चौकी के माध्यम से सीमावर्ती क्षेत्र के 16 धान खरीदी केन्द्रों पर निगरानी रखी जाएगी। जिसमेंं सरायपाली तहसील अंतर्गत पांच अंतर्राज्यीय जांच चौकी स्थापित किया गया है। इनमें वन विभाग द्वारा बंजारी जांच चौकी एवं पालीडीह/सिरपुर जांच चौकी तथा कृषि उपज मंडी सरायपाली द्वारा दो नवीन जांच चौकी पझरापाली और जंगलबेड़ा जांच चौकी एवं छिबर्रा (घाट) जांच चौकी स्थापित किया गया है। इसी प्रकार बसना तहसील अंतर्गत कृषि उपज मंडी द्वारा तीन नवीन अंतर्राज्यीय जांच चौकी पलसापाली, केरामुडा/कुदारी बाहरा एवं साल्हेझरिया जांच चौकी, पिथौरा तहसील अंतर्गत तीन अंतर्राज्यीय जांच चौकी कटंगतराई वन विभाग द्वारा एवं दो नवीन जांच चौकी छोटेलोरम/लारीपुर और चरोदा कृषि उपज मंडी द्वारा स्थापित किया गया है। इसी तरह बागबाहरा तहसील अंतर्गत पांच अंतर्राज्यीय जांच चौकी टेमरी और नर्रा वन विभाग द्वारा एवं तीन नवीन जांच चौकी खेमड़ा, खट्टी और रेवा जांच चौकी कृषि उपज मंडी द्वारा स्थापित किया गया है।