‘रिंग ऑफ फायर’ के पीछे का रहस्य क्या है भारत में कैसे आयेगा नज़र

अमेरिका : खगोलीय घटनाएं आश्चर्यजनक हैं, वैज्ञानिक अभी भी सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की चाल को समझने की कोशिश कर रहे हैं।

अमेरिका में दिखेगी
इस सूर्य ग्रहण की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 2012 के बाद पहली बार यह अमेरिका के सभी हिस्सों में दिखाई देगा. खास तौर पर इस खगोलीय घटना को पश्चिमी गोलार्ध में देखा जा सकता है.विशेष खगोलीय घटना
इस खास खगोलीय घटना को रिंग ऑफ फायर के नाम से जाना जाता है। इसमें चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। चंद्रमा का कुछ भाग इस प्रकार सूर्य को ढक लेता है, जिससे सूर्य की किरणें बाहर की ओर आने लगती हैं।
रिंग में आग लगने का कारण
चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच अपने लिए इस तरह से जगह बनाता है कि एक अंगूठी के आकार में चमकता हुआ गोला दिखाई देने लगता है। आमतौर पर ग्रहण में इस तरह की घटना देखने को नहीं मिलती है. लेकिन ये खास नजारा 14 अक्टूबर को देखने को मिलेगा.
भारत में नहीं दिखेगी
अगर भारत की बात करें तो यहां रिंग ऑफ फायर दिखाई नहीं देगा, यह दुनिया के पश्चिमी गोलार्ध में दिखाई देगा, खासकर मैक्सिको के युकाटन, ग्वाटेमाला, होंडुरास, कोस्टा रिका में।
नंगी आँखों से मत देखो
अगर आप सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं तो खुली आंखों से न देखें. इसके लिए आप विशेष चश्मे का उपयोग कर सकते हैं, अगर चश्मा उपलब्ध नहीं है तो आप किसी बर्तन में पानी रखकर भी सूर्य ग्रहण देख सकते हैं।