बंधकों के दूसरे बैच को रिहा करने में देरी करने का फैसला

गाज़ा: मीडिया कवरेज: “अल क़सम ब्रिगेड: हमने कैदियों के दूसरे बैच को रिहा करने में देरी करने का फैसला किया है जब तक कि कब्ज़ा करने वाला राज्य समझौते की शर्तों का पालन नहीं करता है, जो गाजा पट्टी के उत्तर में सहायता ट्रकों को अनुमति देने से संबंधित हैं।

दरअसल, हाल ही में इजराइली सैनिकों ने वेस्ट बैंक की ओफर जेल के बाहर गोलीबारी की। यहां सैकड़ों लोग फिलिस्तीनी कैदियों के रिहा होने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान एक शख्स के घायल होने की खबर है। वहीं, इजराइल-हमास के बीच जारी जंग अब दूसरी जगहों तक फैलने लगी है। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक हिंद महासागर में शुक्रवार को एक इजराइली जहाज पर ड्रोन से अटैक हुआ है। इजराइल ने इस हमले के पीछे ईरान का हाथ बताया है। अटैक के तुरंत बाद जहाज में आग लग गई।
हालांकि इसमें किसी की जान नहीं गई। जिस जहाज पर हमला हुआ वो एक इजराइली अरबपति का है। रिपोर्ट के मुताबिक हमला शुक्रवार सुबह सीजफायर के चंद घंटों पहले हुआ। कार्गो जहाज पर हमला करने वाले ड्रोन की पहचान ईरान के मशहूर शाहेद-136 ड्रोन के तौर पर हुई है। सीजफायर के पहले दिन हमास ने 4 बच्चों सहित कुल 25 बंधकों को आजाद किया। इसमें 77 साल की हन्ना काट्जिर शामिल हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, विद्रोही संगठन फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने हन्ना के कैद में मारे जाने का दावा किया था। हमास की कैद से आजाद हुए इजराइलियों में 2 साल की बच्ची से लेकर 85 साल की महिला शामिल है।
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