अवैध इंजेक्शन के कारोबार में सात लोग गिरफ्तार, तीन लाख दवाएं जब्त

पटना। एडीपीएस एक्ट के तहत अवैध मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त सात लोगों को शहर के अलग-अलग थानों की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन दुकानदारों के पास कुल तीन लाख कीमत की लेसिस नाम की नशीली दवाओं को भी पुलिस ने सीज किया है. दरअसल गुप्त सूचना पर शुक्रवार को औषधि नियंत्रक प्रशासन व पुलिस की टीम ने सहायक औषधि नियंत्रक डॉ सच्चिदानंद विक्रांत के नेतृत्व में शहर के बहादुरपुर, कदमकुआं, पीरबहोर थाना क्षेत्र में संचालित अलग-अलग दुकानों पर औचक छापेमारी की. जहां से 8023 यूनिट एंप्लाइ इंजेक्शन बरामद किया गया. जिसकी कीमत तीन लाख रुपये है. पुलिस ने गिरफ्तार कर सातों आरोपितों को जेल भेज दिया.

ड्रग व पुलिस प्रशासन को सूचना मिली थी कि बहादुरपुर के संदलपुर देवी मंदिर के पास कुछ लोग नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं. जिसके बाद डॉ सच्चिदानंद ने छह सदस्यीय टीम का गठन कर औचक छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने संदलपुर निवासी अजीत कुमार और करन कुमार को गिरफ्तार किया गया. जिसके निशानदेही पर चौक थाना, पीरबहोर थाना व कदमकुआं थाना क्षेत्र में छापेमारी कर पांच अन्य कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया. दोनों विभाग की संयुक्त टीम ने कुल 16 घंटे छापेमारी की. इसमें मुख्य आरोपित अजीत कुमार है, जिसके यहां से बाकी कारोबारी अवैध तरीके से इंजेक्शन खरीदते थे.
इस पूरे मामले को लेकर डॉ सच्चिदानंद ने बताया कि लेसिस एंप्युल का इस्तेमाल दर्द के लिए किया जाता है. यह इंजेक्शन डॉक्टर के पर्चे पर ही मरीजों को देने का प्रावधान है. इसलिए इसे दवा काउंटर से बेचने पर मनाही है. सातों आरोपितों के पास से मिले इंजेक्शन को नशे के तौर पर प्रयोग किया जाये तो वह हेरोइन व शराब से कई गुना ज्यादा नशा करता है. गठित टीमें इस मामले का जांच कर रही है. जिस दवा कंपनियों ने इसे सप्लाई किया था, उनसे भी पूछताछ की जायेगी.