फिर बज गई खतरे की घंटी धरती पर! सूर्य से निकला भयानक तूफान

नई दिल्ली: अंतरिक्ष में हर पल सैंकड़ों गतिविधियां होती रहती हैं। कई बार हमारे सौरमंडल में होने वाली घटनाएं धरती पर प्रभाव डालती हैं। नासा ने चेतावनी जारी की है कि सूर्य से निकलने वाले अरबों गर्म प्लाज्मा धरती की तरफ बढ़ रहे हैं। सौर तूफान धरती की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इसके आज 26 नवंबर को धरती पर पहुंचने की संभावना है। इससे पहले नासा ने सौर तूफान की चेतावनी 25 नवंबर के लिए जारी की थी।

नासा ने अपने बयान में कहा कि पिछले सप्ताह से सूर्य ने सक्रियता दिखाई है। उससे निकलने वाले गर्म प्लाज्मा लगातार धरती की तरफ बढ़ रहे हैं। सूर्य में दैनिक आधार पर कई कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) का प्रक्षेपण हुआ है। न्यूजवीक के अनुसार, पृथ्वी लगातार सौर तूफानों का सामना कर रही है और आज एक और तूफ़ान आने की संभावना है। नासा के अनुसार, इनमें से एक कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) पृथ्वी के साथ टकराव की राह पर है, जो आज संभव है। नासा का कहना है कि जब कोई सीएमई पृथ्वी से टकराता है, तो यह भू-चुंबकीय तूफान का कारण बन सकता है।
यूके में एबरिस्टविथ विश्वविद्यालय में सौर भौतिकी विभाग के प्रमुख ह्यू मॉर्गन ने न्यूज़वीक को बताया कि “जब सूर्य से एक बड़ा प्लाज़्मा तूफान उठता है, और वह तूफ़ान एक चुंबकीय क्षेत्र लेकर आता है और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के विपरीत दिशा की तरफ बढ़ता है। यह सौर तूफान या एक बड़ा भू-चुंबकीय तूफान कहलाता है।”
Spaceweather.com ने बताया था कि 25 से 26 नवंबर के बीच सूर्य के गर्म प्लाज्मा धरती पर आ सकते हैं। धरती के चुंबकीय क्षेत्र में आने के बाद ये सौर या चुंबकीय तूफान का रूप लेंगे। यूके में नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डैनियल ब्राउन ने न्यूजवीक को बताया, ”सौर ज्वाला और सीएमई दोनों सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के मुड़ने और सूर्य में गति के कारण तनाव के कारण होते हैं।’
कोरोनल मास इजेक्शन या सीएमई सूर्य से प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्रों के निकलने को कहा जाता है। सूर्य में हर पल विस्फोट होते रहते हैं। इस घटना के दौरान अरबों टन प्लाज्मा कोरोना से बाहर निकलता है। सूर्य से बाहर निकलते वक्त ये प्लाज्मा अंतरिक्ष में बिखरते रहते हैं। कई बार इनकी रफ्तार इतनी ज्यादा होती है कि इनकी धरती की तरफ आने की संभावना भी होती है। सूर्य से बाहर की ओर आते वक्त इनकी रफ्तार 250 किलोमीटर प्रति सेकंड (किमी/सेकंड) से 3000 किमी/सेकेंड तक हो सकती है।