विधानसभा चुनाव: सट्टा बाजार का रुख बढ़ा रहा है नेताओं की धड़कन

भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। अब, मतगणना का इंतजार है। इसी बीच सट्टा बाजार से आ रही खबरें कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेसी नेताओं की धड़कनें बढ़ा देती है।

राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 17 नवंबर को मतदान हो चुका है और मतगणना 3 दिसंबर को होना है। दोनों प्रमुख राजनीतिक दल, भाजपा और कांग्रेस, अपनी जीत के न केवल दावे कर रही हैं, बल्कि उन्हें भरोसा है कि जनता उनका साथ देखी। कांग्रेस को भरोसा है कि उनकी सरकार को खरीद-फरोख्त करके गिराया गया था इसका जनता हिसाब बराबर करना चाहती है, तो वहीं कांग्रेस की तमाम योजनाएं जनता को जिंदगी में बदलाव लाने का भरोसा दिला रही है।
दूसरी ओर भाजपा के नेताओं को लग रहा है कि उनकी लाडली बहना योजना से लेकर महिला वर्ग के लिए चलाई गई योजनाएं और आदिवासी कल्याण के साथ युवाओं के लिए किए गए प्रयास मतदाताओं को रास आएंगे। केंद्र की सरकार के साथ उनके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है। इसी के आधार पर उन्हें फिर बहुमत मिलेगा और सरकार बनेगी।
दोनों दलों के इन दावों के बीच कई सट्टा बाजार के आंकड़े भी सामने आ रहे हैं। यह सट्टा बाजार जहां चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ी बढ़त दिखा रहे थे तो वहीं मतदान के बाद उनके रुख में कुछ बदलाव आया है और वह मुकाबले को टक्कर का बताने के साथ भाजपा को थोड़ी बढ़त दिखा रहे हैं।
इसी के चलते राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर उम्मीदवारों की भी धड़कनें बढ़ी हुई हैं। सट्टा बाजार की रिपोर्ट लगातार बदलाव कर रही है और यही कारण है कि सियासी गतिविधियों पर नजर रखने वाले लोग सट्टा बाजार पर भी नजर रखे हुए हैं। साथ ही एक ही बात कह रहे हैं कि राज्य में कुछ भी हो सकता है और किसी की भी सरकार बन सकती है।