राजा मिहिर भोज के बारे में तथ्यों की जांच के लिए हरियाणा सरकार ने समिति का गठन किया

हरियाणा : राजा मिहिर भोज के बारे में ऐतिहासिक तथ्यों की जांच के लिए राज्य सरकार ने सात सदस्यीय समिति का गठन किया है ताकि इस मुद्दे पर गलत सूचना को रोका जा सके। इस आशय का आदेश यहां मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जारी किया।

आदेश में कहा गया है कि मंडलायुक्त, करनाल, समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि पुलिस महानिरीक्षक, करनाल रेंज, इसके उपाध्यक्ष होंगे और उपायुक्त, कैथल, इसके सदस्य सचिव होंगे।
कैथल के पुलिस अधीक्षक, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के इतिहास के दो प्रोफेसर एम राजीवलोचन और प्रियतोष शर्मा और दोनों पक्षों (गुर्जर और क्षत्रिय) के वकील पैनल के सदस्य होंगे।
समिति इस आदेश के जारी होने की तिथि से चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
20 जुलाई को कैथल में राजा मिहिर भोज की एक प्रतिमा के अनावरण को लेकर राजपूत और गुर्जर समुदायों के बीच विवाद चल रहा है, जहां उन्हें 9वीं शताब्दी के गुर्जर समुदाय से संबंधित शासक के रूप में चित्रित किया गया था।
बुधवार को राजपूत समुदाय ने कैथल में एक बैठक की जिसमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब से समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया। उन्होंने हरियाणा में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बीजेपी का बहिष्कार करने का ऐलान किया था.