राज्यभर में बिजली संकट बढ़ा 600 मेगावाट तक लोड शेडिंग

झारखण्ड | राज्य में त्योहारों के साथ ही बिजली संकट शुरू हो गया है. तेनुघाट विद्युत उत्पादन निगम (टीवीएनएल) की एक यूनिट और नॉर्थ कर्णपुरा प्लांट से करीब 350 मेगावाट बिजली नहीं मिल पाने की वजह से राजधानी रांची सहित राज्य के तमाम शहरों और ग्रामीण इलाकों में बिजली संकट खड़ा हो गया है. राज्य में दिन के समय बिजली की मांग 2500 मेगावाट पहुंची जबकि आपूर्ति 00 मेगावाट तक हुई. इस प्रकार 600 मेगावाट तक का अंतर दिनभर बना रहा. रात 12 बजे के बाद से इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से जेबीवीएनएल को करीब 0 मेगावाट बिजली

उपलब्ध होने से कुछ हद तक राहत मिली.
दूसरी ओर सिकिदरी से बिजली उत्पादन कर स्थिति को नियंत्रित किया जा रहा है. झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने दुर्गा पूजा के दौरान राज्य में बिजली संकट ना हो इसके लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से करीब 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का अग्रिम प्रबंध किया. यह प्रबंध से 24 अक्टूबर के लिए खासतौर पर किया गया. इस बीच एनटीपीसी के नॉर्थ कर्णपुरा प्लांट की एक इकाई में बॉयलर लीकेज के कारण बिजली उत्पादन प्रभावित हो गया और झारखंड को इस यूनिट से मिलने वाली 160 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बंद हो गई.
दूसरी ओर सीसीएल से कोयल की आपूर्ति अनियमित रहने के कारण टीवीएनएल की एक यूनिट बंद करनी पड़ी. इससे भी राज्य को मिलने वाली करीब 160 मेगावाट बिजली आपूर्ति बंद हो गई. इस प्रकार सीधे 350 से 350 मेगावाट का संकट खड़ा हो गया. इससे शहरों में तीन घंटे और ग्रामीण इलाकों में चार घंटे से अधिक कटौती किश्तों में हुई.
रात 12 बजे से 0 मेगावाट बिजली का प्रबंध, सिकिदरी से उत्पादन
राज्य में सामान्य रूप से भी 250 से 300 मेगावाट का अंतर मांग और आपूर्ति में बना रहता है. इस प्रकार त्योहारी सीजन में 600 मेगावाट की लोड शेडिंग की नौबत बन गई. जेबीवीएनएल ने बिजली की मांग और आपूर्ति में बढ़े अंतर से निपटने के लिए सिकिदरी हाइडल पावर से बिजली उत्पादन शुरू किया. यहां से करीब 110 मेगावाट बिजली राज्य को मिली. इसके साथ ही इंडियन एनर्जी एक्सचेंज से 500 मेगावाट बिजली की मांग की गई. रात 12 बजे से झारखंड को करीब 0 मेगावाट बिजली एक्सचेंज से उपलब्ध कराई गई.
आज से आपूर्ति में सुधार की उम्मीद
टीवीएनएल के एमडी अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि सीसीएल ने कोयले की नियमित आपूर्ति के लिए सहमति जताई है. कोयले की आपूर्ति शुरू होते ही बंद पड़ी एक इकाई से भी उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सुबह से दूसरी इकाई से उत्पादन शुरू कराने का तैयारी है. राज्य को 160 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बढ़ जाएगी. जेबीवीएनएल के प्रबंधन का कहना है कि नॉर्थ कर्णपुरा से अगले दो दिनों में बिजली 160 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी. त्योहारों के दौरान निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने का पुरजोर प्रयास किया जा रहा है.
आम दिनों में
बिजली की मांग 2500
टीवीएनएल से 350
सेंट्रल पुल (एनटीपीसी, पीडीसी, एनएचपीसी) से 900
डीवीसी से 600
सौर ऊर्जा 250 से 450
पवन ऊर्जा 100 से 300
हाइड्रो पावर 100 से 150
स्थानीय निजी उत्पादन इकाइयों से 150
संकट इसलिए
टीवीएनलएल की दो में से एक इकाई बंद, 160 मेगावाट की आपूर्ति बंद
एनटीपीसी के नॉर्थ कर्णपुरा प्लांट में खराबी से 160 मेगावाट की आपूर्ति ठप
सामान्य दिनों में मांग और आपूर्ति में 250 मेगावाट तक का रहता है अंतर
नोट मांग और आपूर्ति मेगावाट में
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