राजस्थान के अंदर हम सहन नहीं करेंगे बाहरी प्रत्याशी: प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद धाभाई

भीलवाड़ा: अखिल भारतीय गुर्जर महासभा द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन कर आगामी विधानसभा चुनाव में गुर्जर समाज का प्रतिनिधित्व बढाने की मांग की गई। विधानसभा चुनाव 2023 में सभी राजनीतिक दल गुर्जरों की आबादी के हिसाब से गुर्जर समाज को टिकट अवश्य दें। गुर्जर समाज प्रदेश की 21 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाता है। गुर्जर समाज तय करता है इन सीटों पर कौन विधायक बनेगा।

इस लिहाज से ज्यादा से ज्यादा टिकट गुर्जर समाज को दिए जाए। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रसाद धाभाई ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा की दोनों ही बड़े राजनीतिक दल चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस, गुर्जर समाज को राजस्थान में कम से कम 20 सीटों पर टिकट दिया जाए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में गुर्जर समाज की संख्या अधिक है, इसलिए टिकट की मांग कर रहे हैं तथा जो पार्टी हमारी अनदेखी करेगी उसकी गुर्जर समाज भी अनदेखी करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टियां किसी एक नेता के विश्वास में मुगालता ना पाल ले कि वो हमें वोट दिला देगा, गुर्जर टिक वितरण पर पैनी नजर बनाए हुए है। धाभाई ने कहा कि अब गुर्जर समाज पहले वाला नहीं रहा, आज समाज में जाग्रति आई है।
टिकट वितरण को देखेंगे तथा प्रदेशभर में समाज के जितने भी संगठन है उन सब को साथ लेकर आगे की रणनीति बनाएंगे। धाभाई ने कहा कि किस पार्टी ने हमें कितना टिकट दिया, उस पर उतना ही निर्णय करेंगे एवं राजस्थान के अंदर बाहर का नेता हम सहन नहीं करेंगे, चाहे वह कितना ही बड़ा क्यों नहीं हो। ऐसे ही प्रदेश के प्रत्येक जिले में जो गुर्जर समाज के लोग टिकट मांग रहे हैं, उसको पार्टियां टिकट दे, ऐसा नहीं की पैराशूट से पार्टियां बाहर के नेता को उतार दे, अगर पार्टियां ऐसा करती है तो उनकों धूल चटाने का काम भी महासभा करेगी। धाभाई ने कहा कि इस बार हमारा नारा है कि जो जात का नहीं वो अपने बाप नहीं, हम सभी संगठन को साथ लेकर चलेंगे।