दो छात्रनेता टावर पर चढ़े, पुलिस के फूले हाथ-पांव

देहरादून: डीएवी कॉलेज की दीवार गिरने से हुई युवती की मौत के बाद से छात्र गुस्से में हैं. डीएवी प्रबंधन और सरकार पर आरोप लगाते हुए दोपहर दो छात्रनेता मोबाइल टावर पर चढ़ गए. उन्होंने इस घटना के लिए प्राचार्य को जिम्मेदार बताकर उनको पद से हटाने की मांग उठाई. पुलिस-प्रशासन ने उनको देर शाम तक उतारने की कोशिश की. वार्ता के बाद रात को एक छात्र नेता खुद टावर से उतर गया. दूसरे को एसडीआरएफ की मदद से रात करीब आठ बजे नीचे उतारा गया.
युवती की मौत के बाद डीएवी के पास को दूसरे दिन एनएसयूआई और आर्यन सहित तमाम छात्र संगठन सड़क पर जाम लगाकर धरने पर बैठे. एबीवीपी के छात्र डीएवी के गेट पर ही धरना दे रहे थे. इसी बीच, करीब 154 बजे एनएसयूआई के छात्र नेता एवं अध्यक्ष पद के दावेदार सिद्धार्थ मल्होत्रा सिद्धू और आर्यन संगठन के छात्र नेता करन नेगी अचानक पास के ही मोबाइल टावर पर चढ़ गए. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस और छात्रों में हड़कंप मच गया. क्योंकि, डीएवी के बाहर भारी पुलिस फोर्स था, लेकिन किसी को इन छात्र नेताओं के टावर तक जाने की भनक नहीं लगी. उधर, एबीवीपी ने भी दिनभर धरना देकर प्राचार्य के खिलाफ प्रदर्शन किया. हालांकि, करीब छह घंटे में दोनों छात्रनेताओं को टावर से नीचे उतरवाया गया. पुलिस-प्रशासन ने डीएवी प्रबंधन से वार्ता करवाकर विभिन्न मांगों का समाधान भी निकलवाने का आश्वासन दिया.

● प्राचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया जाए.
● सभी जर्जर इमारतों और दीवारों की मरम्मत तत्काल कराई जाए.
● मृतक युवती के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलवाई जाए.
● सरकार तुरंत इसका संज्ञान लेकर ठोस कार्रवाई करे.
पुलिस ने जबरन उठाया, छात्रों का जमकर हंगामा
देर शाम करीब छह बजे अंधेरा होने के बाद पुलिस ने एसडीएम शालिनी नेगी और सीओ डालनवाला की मौजूदगी में सड़क पर बैठे एनएसयूआई छात्रों को जबरन उठाया. इस पर वहां जमकर हंगामा हुआ. छात्र नेताओं और पुलिस के बीच नोक-झोंक और धक्का-मुक्की भी हुई. हंगामे के बाद छात्रों को वहां से हटाकर डीएवी गेट के सामने एबीवीपी के छात्रों के ठीक सामने बैठा दिया गया.