सिंहभूम चैंबर चुनाव की ई-वोटिंग में फर्जीवाड़ा

जमशेदपुर: हाल ही में संपन्न सिंहभूम चैंबर चुनाव में फर्जीवाड़ा का आरोप सुरेश सोंथालिया और भरत वसानी गुट ने लगाए हैं. बिष्टूपुर स्थित राजस्थान भवन में की शाम आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सुरेश सोंथालिया और भरत वसानी ने कहा कि अध्यक्ष और महामंत्री ने ई-वोटिंग में फर्जीवाड़ा किया है. इसलिए सत्ता पक्ष को माफी मांगना चाहिए और नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर उनकी टीम आगे की कार्रवाई के लिए सभी विकल्पों पर विचार करेगी.
सुरेश सोंथालिया ने कहा कि चुनाव परिणाम में हार की सूचना मिलने पर उन्होंने विजेता पक्ष को बधाई दी थी और मिलकर काम करने का विश्वास भी दिया था. उनकी टीम के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने धांधली की शिकायत की. इसके बाद टीम बनाकर शिकायतों की जांच कराई गई, जो सही पाया गया. चैंबर के बायलॉज का उल्लंघन किया गया. रात के अंधेरे में चैंबर भवन में मतदाता सूची में समय सीमा समाप्त होने के बाद 5 सितंबर से सितंबर तक खेल हुआ. करीब 200 मेल आईडी जोड़े गए या बदले गए. यह आंकड़ा 8 है. ई-वोटिंग में ओटीपी सिर्फ मोबाइल पर भेजने की बात हुई थी, लेकिन उसे मतदाता के मेल आईडी पर भी भेजा गया.

अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने इन आरोपों का निराधार बताया और कहा कि चुनाव कमेटी में जो लोग हैं, वे सभी प्रतिष्ठित लोग हैं. चैंबर चुनाव में पहले भी उन सबका योगदान रहा है. वे सभी जानकार लोग हैं. जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह गलत है.
सिंहभूम चैंबर की नई कमेटी ने संभाला पदभार
चैम्बर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एवं कार्यसमिति सदस्यों ने नये सत्र का आगाज किया. वहीं, चैम्बर स्मारिका का विमोचन भी किया गया. अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया कि पुराने पदाधिकारियों द्वारा कार्यभार सौंपने की परंपरा रही है, जिसके तहत मिलन समारोह किया गया.