केंद�?र गोवा की वाजिब मांगों पर ध�?यान नहीं देता तो इस�?तीफा देने को तैयार: श�?रीपद

जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क। केंद�?रीय बंदरगाह और पर�?यटन राज�?य मंत�?री श�?रीपद नाइक ने शनिवार को म�?हादेई नदी के म�?द�?दे को जीवन और मृत�?य�? का मामला बताते ह�?�? कहा कि अगर केंद�?र गोवा की वाजिब मांगों पर ध�?यान नहीं देता है तो वह केंद�?रीय मंत�?री के पद से इस�?तीफा देने को तैयार हैं।

महादेई नदी पर कलासा-भंड�?रा परियोजना की कर�?नाटक की विस�?तृत परियोजना रिपोर�?ट (डीपीआर) को केंद�?रीय जल आयोग (सीडब�?ल�?यूसी) की मंजूरी पर प�?रतिक�?रिया व�?यक�?त करते ह�?�? नाइक ने कहा, “मैं स�?वीकार करता हूं कि महादेई नदी से संबंधित �?कतरफा निर�?णय लेना केंद�?र की गलती है। . डबल इंजन सरकार इस मामले में सिंगल इंजन लेकर चली गई है। मेरे लि�? जनता का हित सर�?वोपरि है, मंत�?री पद महत�?वहीन है। किसी को भी नागरिकों के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहि�?।”
नाइक ने कहा कि उन�?होंने पहले ही म�?ख�?यमंत�?री प�?रमोद सावंत से भारत सरकार के साथ इस म�?द�?दे पर चर�?चा करने के लि�? दिल�?ली में �?क सर�?वदलीय प�?रतिनिधिमंडल का नेतृत�?व करने के लि�? कहा है, जबकि म�?ख�?यमंत�?री ने सोमवार को इस म�?द�?दे पर �?क विशेष कैबिनेट बैठक भी ब�?लाई है। सावंत ने महादेई म�?द�?दे पर चर�?चा के लि�? सोमवार शाम चार बजे पोरवोरिम में सभी विधायकों की बैठक भी ब�?लाई है।
नाइक ने 16 जनवरी से श�?रू होने वाले गोवा विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत�?र में इस म�?द�?दे पर चर�?चा और विचार-विमर�?श करने की आवश�?यकता का आह�?वान किया। उन�?होंने सभी विपक�?षी सदस�?यों से इस मामले में अपने राजनीतिक मतभेदों को दूर रखते ह�?�? �?क साथ आने और गोवा के हितों की रक�?षा करने की अपील की। महादेई को।
केंद�?रीय मंत�?री ने खेद व�?यक�?त किया कि गोवा को विश�?वास में नहीं लिया गया था और कर�?नाटक के डीपीआर को स�?वीकृति देने का सीडब�?ल�?यूसी का निर�?णय जब मामला न�?यायाधीन था, गोवा के साथ अन�?याय था। उन�?होंने ��हा कि राज�?य सरकार केंद�?र से अपनी मंजूरी वापस लेने के लि�? हर संभव उपाय करेगी।
श�?र�?आत में, म�?ख�?यमंत�?री प�?रधानमंत�?री नरेंद�?र मोदी और केंद�?रीय गृह मंत�?री अमित शाह से म�?लाकात करेंगे और बाद में दिल�?ली में �?क सर�?वदलीय प�?रतिनिधिमंडल का नेतृत�?व करेंगे, जहां वे केंद�?रीय नेताओं से मिलेंगे और उन�?हें इस म�?द�?दे से अवगत करा�?ंगे। उन�?होंने कहा कि अगर तमाम कोशिशों के बाद भी समाधान नहीं निकला तो राज�?य सरकार �?क बार फिर स�?प�?रीम कोर�?ट का दरवाजा खटखटा�?गी।
नाईक ने इस बात से इनकार किया कि गोवा सरकार महादेई म�?द�?दे पर आगे बढ़ने और अपेक�?षित उपाय करने के अपने प�?रयासों में विफल रही है।