प्रगति मैदान में ओडिशा पवेलियन में बोइता मुख्य आकर्षण

दिल्ली/भुवनेश्वर: नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला चल रहा है. यहां का एक प्रमुख आकर्षण ‘ओडिशा पवेलियन’ है। ओडिशा की कला, संस्कृति, पर्यटन, आदिवासी जीवन, हस्तशिल्प और दस्तकारी, ग्रामीण उत्पाद, मिशन शक्ति मां की हाथ से बनी वस्तुएं और कृषि और बाजरा से तैयार भोजन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

ओडिशा मंडप में ओडिशा की कला और विकास की तस्वीर झलकती है।
प्राचीन उत्कल व्यापारिक परंपरा का प्रतीक ‘बोइता’, ओडिशा मंडप को समृद्ध बनाता है। इसके सामने नई दिल्ली के ‘सतयुग दर्शन संगीत कला’ संस्थान के कलाकारों की नृत्य प्रस्तुति बेहद प्रभावशाली रही. उन्होंने विज्ञापनों के माध्यम से एकता गीत गाकर दर्शकों का ध्यान खींचा।
ओडिशा पवेलियन के बीच में बने बूथ पर विभिन्न हस्तशिल्प और शिल्पकला का प्रदर्शन और लाइव प्रदर्शन किया जा रहा है. नई दिल्ली में पारंपरिक नाव कलाकृतियों और उन पर बैठी साधबियों को देखना पर्यटकों को एक नया अनुभव देता है।
अहिंसक तरीके से तैयार किया गया ओडिशा का ‘करुणा सिल्क’ इस बार ओडिशा पवेलियन का दिलचस्प विषय बन गया है. विदेश से आए पर्यटक ओडिशा के पारंपरिक हथकरघा बुनकरों द्वारा करुणा रेशम में श्रीजगन्नाथ के कपड़े बुनने का दृश्य बड़े चाव से देख रहे हैं।
ओडिशा मंडप को ओडिशा सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की देखरेख में तैयार किया गया है। शासन के विभिन्न विभागों द्वारा 24 स्टॉलों में विभिन्न वस्तुओं का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है।