कलक्ट्रेट बार के अध्यक्ष की परिवार सहित तलाश

आगरा: बैंक प्रबंधक सचिन उपाध्याय हत्याकांड में विवेचक ने पत्नी प्रियंका को मुख्य हत्यारोपी बनाया है. हत्यारोपी पत्नी फरार है. दोनों बच्चों को अपनी बहन के पास छोड़कर गई है. नामजद ससुर कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बिजेंद्र रावत भी भूमिगत हो गए हैं. किरकिरी के बाद पुलिस ने पत्नी की तलाश तेज की है. अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही हत्या में नामजद पत्नी को पकड़ लिया जाएगा.
रामरघु एग्जॉटिका कालोनी (ताजगंज) निवासी बैंक प्रबंधक सचिन उपाध्याय की 11 की रात गला घोंटकर हत्या की गई थी. 12 की शाम पांच बजे उनकी खुदकुशी की सूचना पुलिस को दी गई थी. 13 की दोपहर शव का पैनल से पोस्टमार्टम हुआ. मौत की वजह गला घोंटकर हत्या निकली. हत्या से पहले सचिन को जलाया भी गया था. 14 की दोपहर तक पुलिस को यह पता चल गया था कि मामला खुदकुशी का नहीं है. इसके बावजूद हत्या का मुकदमा देर से लिखा गया. 18 को हत्या का मुकदमा लिखा गया. हत्या के मुकदमे से एक दिन पहले 17 को महिला थाने में आरोपित पत्नी प्रियंका ने दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया. 18 की दोपहर विवेचक ने प्रियंका के दहेज उत्पीड़न के मुकदमे में हॉस्पिटल पहुंचकर बयान दर्ज किए. भाई कृष्णा रावत की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही प्रियंका हॉस्पिटल से फरार हो गई.
ऐसे कहीं कमजोर न पड़ जाए केस

● हत्यारोपी साले कृष्णा रावत के खिलाफ भी पुलिस ने घटना स्थल से कोई साक्ष्य नहीं जुटाया. उसकी लोकेशन और सीसीटीवी को गिरफ्तारी का आधार बनाया है.
● नामजद ससुर की भूमिका के संबंध में पुलिस के पास कोई साक्ष्य नहीं है. पुलिस ने यह जानने का प्रयास नहीं किया कि 11 और 12 को उनकी दिनचर्या क्या थी. किस-किससे फोन पर बातचीत हुई. उन्हें कब पता चला कि दामाद की मौत हो चुकी है.