एमडब्ल्युबी को रियायती दर पर एक कनाल भूमि दिलवाने की करूंगा वकालतः अनिल विज

चंडीगढ़। लंबे समय से पत्रकारों के लिए प्रदेश स्तरीय मुख्यालय हमेशा एक बड़ी जरूरत रहा है। बहुत सी सरकारें आई और गई, बहुत से मुख्यमंत्री आए और गए, तमाम तरह के मंत्रीमंडल बने, सभी ने पत्रकारों के कल्याण में बड़े-बड़े वायदे और दावे किए, लेकिन वास्तविक रूप से अगर कहें कि पत्रकारों का कभी कल्याण हुआ है तो मौजूदा सरकार के दौर में हुआ। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है। खासतौर पर अगर कहें कि मौजूदा मंत्रिमंडल में एक ऐसा शख्स जो हमेशा पत्रकारों के दुख सुख में उनके साथ खड़ा हुआ- जो हर मांग में मजबूत पैरवी करता नजर आया- जो वास्तविक रूप से दिल की गहराइयों में पत्रकारों के प्रति समर्पित भाव रखता है, वह है प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज। पेंशन बढ़ोतरी व सोशल मीडिया न्यूज चैनलों को मान्यता देते हुए विज्ञापन पालिसी लागू किए जाने की मांग को स्वीकार करने के फैसले में एक बड़ी भूमिका अनिल विज की रही है।

अब प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की मांग पर पंचकूला में प्रदेश स्तर के मुख्यालय बनाने के लिए एक कनाल जगह दिलवाने के लिए भी पूरे प्रयास करने का वायदा किया है। प्रदेश के गृहमंत्री ने यह जगह दिलवाने के लिए सरकार से पत्रकारों की वकालत करने की बात कही है। गौरतलब है कि मीडिया वेलबींग एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल सरकार के पेंशन बढ़ोतरी के फैसले पर धन्यवाद करने के लिए प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज से सचिवालय में मिला और मुख्यालय बनाने के लिए रिहायती दरों पर एक कनाल भूमि दिलवाने के लिए अपील की। मुख्यालय की जरूरत को समझते हुए अनिल विज ने पत्रकारों को इसका आश्वासन देते हुए कहा कि हमेशा पत्रकारों की बात को सरकार के सामने रखता रहा हूं। इस बार भी पत्रकारों के साथ खड़ा हूं और इसका पूरा प्रयास करूंगा।
पेंशन बढ़ोतरी के फैसले में भी महत्वपूर्ण भूमिका अगर कहें कि अनिल विज की रही है तो कतई गलत नहीं होगा। हमेशा पत्रकारों के हित में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज की भूमिका अहम देखी गई है। जब-जब जो-जो मांग पत्रकारों के कल्याण से संबंधित मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन द्वारा विज के समक्ष रखी गई, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने न केवल आश्वासन दिया बल्कि पत्रकारों के लिए बड़ी मजबूती से सरकार के सामने पक्ष रखा है। मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के 31 सदस्यीय डेलिगेशन ने चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में पहुंच प्रदेश के गृह-स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को स्मृति चिन्ह- दोशाला भेंट करके उनका तहदिल से धन्यवाद किया। दरअसल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज पत्रकारों के हमेशा दुख-सुख के साथी रहे हैं और वह पत्रकारों के साथ काफी फ्रेंडली स्वभाव के हैं। बेशक सरकार में वह एक ताकतवर मंत्री हो, लेकिन पत्रकारों के लिए वह एक मंत्री के साथ-साथ सरकार के सामने वकील की भूमिका में भी नजर आते रहे हैं।