नौवीं से 12वीं के बच्चों को भी छुट्टी में प्रोजेक्ट वर्क मिलेगा

नालंदा: पहली से वीं के बाद अब नौवीं से बारहवीं के छात्रों को भी दिवाली-छठ की छुट्टी में प्रोजेक्ट वर्क दिया जाएगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सुगंधा ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है. कहा है कि सरकारी स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए छात्रों को प्रोजेक्ट वर्क देने की की रणनीति बनायी गयी है. इससे बच्चों में समय का सदुपयोग के साथ ही सृजनात्मकता का विकास होगा. छुट्टियों में शिक्षा की निरंतरता बनाये रखने के लिए वर्ग व विषयवार उन्हें प्रोजेक्ट वर्क (एसाइनमेंट) मिलेगा.
छुट्टी के बाद स्कूल में छात्र अपने सहपाठियों संग प्रोजेक्ट वर्क साझा करेंगे. वहीं, शिक्षक उनका विश्लेषण करेंगे. इसके माध्यम से शिक्षक बेहतर करने वाले बच्चों की हौसलाआफजाई करेंगे. ताकि, छुट्टी के दौरान भी पढ़ाई को दिनचर्या में बनाये रखने की उन्हें बड़ी सीख मिले. पहले जारी प्रोजेक्ट वर्क की सूची में वीं के छात्रों के लिए बदलाव किया गया है. छात्र इसमें रामधारी सिंह दिनकर या संबंधित कवि की जानकारियां इकट्ठा कर चार्ट पेपर बनाएंगे.

प्रोजेक्ट वर्क के रूप में वर्ग से संबंधित सवाल दिये जाएंगे. लेकिन, उच्च कक्षाओं के छात्रों को उनकी समझ की परख, सामाजिकता का भाव जगाने, वैज्ञानिक सीख, आपदा (बाढ़, सुखाड़, भूकम्प) के अलावा पृथ्वी व पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने से संबंधित सवाल दिये जाएंगे. ताकि, अचानक आने वाली मुसीबतों से लड़ने लायक खुद को बना सकें. विपरीत हालात में उनमें सकारात्मक कदम उठाते हुए ‘क्विक एंड करेक्ट डिसिजन’ (तुरंत और सही निर्णय) लेने की क्षमता का विकास हो. समाजशास्त्रत्त् के विद्यार्थी अपने पास के 10 घरों का सर्वे करेंगे. सर्वे के दौरान परिवार में सदस्यों की संख्या, महिला-पुरुषों की संख्या, इनके अनुपात, इनकी शिक्षा में अंतर, शिक्षा के स्तर में अंतर का कारण, मासिक आय व व्यय की विवरणी, दवा, भोजन, कपड़ा, यात्रा में खर्च का अनुपात, बचत, बचत बढ़ाने के उपाय, खर्च सीमित करने के उपाय से संबंधित रिपोर्ट लेनी है.