‘पिता जेल में हैं, बेटी को शादी करना शोभा नहीं देता’: दिव्या मदेरणा

जोधपुर: शादी को लेकर सवाल उठाने वालों को आखिर विधायक दिव्या मदेरणा ने जवाब दे दिया है। दिव्या ने कहा- सभाओं में मेरे लिए कहा गया शादी कर लो। हम खाना कर देंगे। कुछ लोग ताली बजाते। खी…खी… हंसते। मैंने सुना, लेकिन कभी जवाब नहीं दिया। साल 2011 से 2023 के बाद मैं आज जवाब देने आई हूं।

उन्होंने कहा- अरे जरा आप सोच कर देखिए, आप जेल में हो। आपकी बेटी शादी मना रही है। मेरे पिता, उनका दर्द और उसकी सेवा मेरा सबसे पहला कर्तव्य है। दिव्या सोमवार को ओसियां में नामांकन सभा को संबोधित कर रही थी।
मेरे पिता दर्द के अंदर कैसे करवट बदलते होंगे, कैसे एक दिन कटता होगा। कैसे एक रात कटती होगी। उस बेटी को बाहर शादी करना शोभा नहीं देता। मेरे भाग्य की लकीरों में नहीं लिखा है। क्योंकि मेरे भाग्य की लकीरों में सेंट्रल जेल लिखी थी। इसलिए 10 साल मैंने फेरे किए हैं। क्योंकि वह मेरा कर्तव्य था। मुझे चुनौती देने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें।