सरदार सरोवर बांध भूमि स्वामियों की पुनर्वास

गांधीनगर: मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सरदार सरोवर बांध के निर्माण के कारण जलमग्न भूमि के भूस्वामियों के पुनर्वास के लिए बनाई गई लगभग 80 बस्तियों को उनके निकटवर्ती पैतृक गांव में मिलाने का निर्णय लिया है. सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी द्वारा उन अतिक्रमणकारियों के पुनर्वास के लिए विभिन्न स्थानों पर बस्तियों का निर्माण किया गया है जिनकी भूमि सरदार सरोवर बांध के निर्माण के कारण डूब गई है।

सकारात्मक निर्णय: नर्मदा योजना से प्रभावित लोगों का पुनर्वास कर निर्मित ऐसी बस्तियों में प्रभावित लोगों के लिए आवासीय मकान, पेयजल सुविधा, सड़क, सामान्य भूखंड, स्कूल, अस्पताल आदि भौतिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ऐसी बस्तियों को उनके निकटतम पैतृक गांव में मिलाने के संबंध में राज्य पंचायत ग्राम आवास एवं ग्राम विकास विभाग को प्राप्त अभ्यावेदन को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के समक्ष विभाग द्वारा अनुमोदित कर दिया गया है।
80 कॉलोनियों को फायदा: मुख्यमंत्री के इस फैसले से ऐसी कॉलोनियों को लेकर लंबित मामले का सुखद समाधान हो गया है। निर्णय के अनुसार, भरूच जिले के 9, छोटाउदेपुर जिले के 14, नर्मदा के 13, वडोदरा के 38, पंचमहल के 5 और खेड़ा के 1 गांव को मूल गांव में मिला दिया जाएगा। जैसे ही ये बस्तियाँ मूल गाँव में विलीन हो जाएंगी, उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं से लाभ होगा। इतना ही नहीं, ग्राम पंचायत की निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर और उन ग्राम पंचायतों के एकीकरण से सामाजिक रीति-रिवाजों, प्रथाओं में अधिक समन्वय और बातचीत भी होगी।