थाने में सात घंटे गर्भवती को बैठाने में घिरी पुलिस, अफसरों ने संज्ञान ले शुरू कराई जांच

उत्तरप्रदेश | पारिवारिक विवाद के बाद गर्भवती महिला को चकेरी थाने में सात घंटे बैठाए रखने के आरोप में पुलिस बुरी तरह घिर गई है.
सोशल मीडिया पर चकेरी थाने के बाहर पुलिस जीप में तड़पती गर्भवती का वीडियो वायरल हुआ था. महिला के परिजन पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे, जहां डीसीपी ईस्ट शिवाजी शुक्ला ने शिकायत सुनी. उन्होंने जांच एसीपी अमरनाथ यादव को देकर रिपोर्ट मांगी है. महिला के भाई ने बताया कि दोपहर 12 बजे बहन और जीजा को चकेरी पुलिस थाने लाई थी. उन्हें सात घंटे थाने में बैठाए रखा गया. शाम सात बजे बहन के पेट में दर्द शुरू हुआ. पुलिस ने जीप में बैठा अस्पताल भेज दिया. तभी बहन का एक युवक ने वीडियो बना लिया था. इस दौरान एक दरोगा युवक को धमकी देता सुना गया था.

महिला का सास से विवाद
गर्भवती पटेल नगर में रहती है. उसका सास से मकान को लेकर विवाद है. महिला ने ससुर, सास, जेठ और जेठानी पर चकेरी थाने में 11 अप्रैल 2022 को दहेज उत्पीड़न, छेड़छाड़ की रिपोर्ट कराई थी. सास ने एमएम 2 कोर्ट में डोमेस्टिक वॉयलेंस एक्ट के तहत मुकदमा किया था. कोर्ट ने उन्हें मकान के निचले हिस्से में रहने के आदेश दिए थे. को कब्जे को लेकर ही दोनों में विवाद हुआ था. तभी पुलिस दोनों को थाने लाई थी.
घटना संज्ञान में आई है. मामले की जांच एसीपी चकेरी को सौंपी गई है. गर्भवती थाने क्यों बुलाई गई, उसे यहां इतनी देर क्यों बैठाया, इन सभी बिन्दुओं पर जांच कर एसीपी रिपोर्ट देंगे. उसके आधार पर कार्रवाई होगी.
-शिवाजी शुक्ला, डीसीपी ईस्ट