जिला अस्पताल में एम्स के बाद अधिक ऑनलाइन पंजीकरण

नोएडा: जिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाले 70 प्रतिशत मरीज ऑनलाइन पंजीकरण करा रहे हैं. देश में दूसरा सबसे ज्यादा ऑनलाइन पंजीकरण जिला अस्पताल में हो रहा है. पहला स्थान दिल्ली के एम्स का है. भविष्य में ऑनलाइन सेवा के तहत सुविधाएं और भी बढ़ाने की तैयारी है.
सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 3000 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं. इन मरीजों में से 2000 से ज्यादा मरीज ऑनलाइन पंजीकरण करा रहे हैं. ड्रिफकेस ऐप के माध्यम से जिला अस्पताल की ओपीडी का पंजीकरण किया जा रहा है. ऑनलाइन पंजीकरण के लिए जिला अस्पताल ने 6 काउंटर अलग से बनाया है. ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मरीज की जानकारी जिला अस्पताल के कंप्यूटर पर दर्ज हो जाती है. अस्पताल आकर मरीज को बीमारी के बारे में जानकारी देनी होती है. उसी के आधार पर कमरा नंबर दे दिया जाता है. वहीं सामान्य प्रक्रिया में मरीज को अपने नाम, उम्र, पिता का नाम, पता, बीमारी आदि की जानकारी देनी होती है, जिससे एक मरीज के पंजीकरण में काफी समय लग जाता है. ऑनलाइन पंजीकरण से मरीजों को ज्यादा देर तक काउंटर पर खड़ा नहीं होना होता.

ऑनलाइन पंजीकरण और बढ़ाने के प्रयास जिला अस्पताल के तकनीकी सेवाओं के प्रभारी डॉ. रिषभ कुमार ने बताया कि भारत में एम्स के बाद सबसे ज्यादा ऑनलाइन पंजीकरण जिला अस्पताल में हो रहा है. एम्स में प्रत्येक दिन लगभग 5000 मरीजों का पंजीकरण ऑनलाइन हो रहा है. जिला अस्पताल में ऑनलाइन पंजीकरण और भी बढ़ाने का प्रयास चल रहा है. ताकि मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा ऐप से पंजीकरण कराने वालों मरीजों की सुविधा के लिए हाई स्पीड इंटरनेट लगाए गए हैं. इसका पासवर्ड मरीजों के लिए चस्पा किया है. ताकि मरीजों के मोबाइल का इंटरनेट प्रभावित होने पर इसका लाभ ले सके.
शुरुआत में इंटरनेट संबंधी परेशानी आ रही थी. जिसे अस्पताल प्रबंधन ने एक महीने पहले ही ठीक करा लिया है. मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल के बाहर के हिस्से में काउंटर बनाए गए हैं.