वैज्ञानिकों का कमाल, फिर से बनाई ‘अनंत काल वाली खुशबू’

जरा हटके: साइंटिस्ट्स ने 3,500 साल पहले मिस्र की एक महिला की ममी बनाने में इस्तेमाल की गई एक गंध (Scent) को फिर से बनाया है. परफ्यूम कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को ‘इटरनिटी’ और ‘फॉरएवर’ जैसे नाम देना पसंद करती हैं. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने सच में ऐसा कर दिखाया है. उन्होंने प्राचीन मिस्रवासियों की बदौलत ‘अनंत काल की खुशबू’ (Scent of Eternity) को फिर से बनाकर कमाल कर दिया है.
वैज्ञानिकों ने कैसे बनाई यह खुशबू– डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने जिस इजिप्ट की महिला के अवशेषों से इस खुशबू को बनाया है, उसका नाम सेनेटने (Senetnay) था. सेनेटने ममी के अवशेषों को एक सदी से भी अधिक समय पहले आर्कियोलॉजिस्ट हॉवर्ड कार्टर द्वारा इजिप्ट के थेब्स स्थित ‘वैली ऑफ किंग्स’ से प्राप्त किया गया था. ‘वैली ऑफ किंग्स’ – एक कब्रिस्तान, जो आमतौर पर फिरौन और शक्तिशाली कुलीनों के लिए आरक्षित होता था.
तब सेनेटने के ममीकरण में एक खास तरह का लेप इस्तेमाल किया गया था, जिससे उसके अंग लंबे समय तक संरक्षित रहें. अब वैज्ञानिकों ने उसी लेप से फिर से उस खुशबू को बनाया है. इसके लिए उन्होंने सेनेटने के जिगर और फेफड़ों से भी नमूने लिए. इस काम में क्रोमैटोग्राफी सहित कई जटिल वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को अपनाया. वैज्ञानिकों ने ‘गंध’ को फिर से बनाने का काम फ्रेंच परफ्यूमर कैरोल कैल्वेज और सेंसरी म्यूजियोलॉजिस्ट सोफिया कोलेट एहरिच के साथ मिलकर किया है.
रिसर्चर्स ने जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में शव लेपन फ्यूलिड को बनाने में इस्तेमाल 6 चीजों के बारें में बताया है. मुध मक्खियों का मोम (बीजवैक्स), प्लांट ऑयल, और पेड़ की राल मुख्य तौर से उन सामग्रियों में से थे, जिनसे 3,500 साल से भी पहले सुगंध बनाई जाती थी. जिसका उपयोग ‘सेनेटने’ के ममीकरण के दौरान भी किया गया था.
सेनेटने इजिप्ट के फिरौन अमेनहोटेप द्वितीय (Amenhotep II) के सुरक्षा घेरे की मुख्य सदस्य थी. उसे ‘राजा के आभूषण’ के रूप में जाना जाता था. उसने अमेनहोटेप को बचपन में उसकी नर्स के रूप में दूध पिलाया था. उसकी गिनती मिस्त्र की प्रभावशाली महिलाओं में होती थी.
