सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र

नई दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि संसद का विशेष सत्र विपक्ष से बिना किसी पूर्व चर्चा के बुलाया गया है और उन्होंने सत्र के एजेंडे की जानकारी भी मांगी है।
सोनिया गांधी ने उठाए मुद्दे
1- आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों, बढ़ती बेरोजगारी, असमानताओं में वृद्धि और एमएसएमई के संकट पर ध्यान केंद्रित करने वाली वर्तमान आर्थिक स्थिति
2- MSP को लेकर सरकार द्वारा किसान और किसान संगठनों को किए गए वादे
3- अडानी समूह पर खुलासे की जांच को लिए जेपीसी जांच
4- मणिपुर के लोगों की पीड़ा और राज्य में संवैधानिक तंत्र और सामाजिक सद्भाव का टूटना
5- हरियाणा जैसे राज्यों में सांप्रदायिक तनाव
6- चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र पर कब्जा जारी रखा गया और लद्दाख-अरुणाचल प्रदेश में हमारी सीमाओं पर हमारी संप्रभुता को चुनौती दी गई
7- जातीय जनगणना की अर्जेंट जरूरत
8- केंद्र राज्य संबंधों को पहुंचाया जा रहा नुकसान
9- कुछ राज्यों में अत्यधिक बाढ़ और कुछ में सूखे के कारण होने वाली प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव
राष्ट्रपति भवन खाली कर दें
देश में भारत बनाम इंडिया नाम को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी जारी है। इस सबके बीच लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने केंद्र सरकार को दो टूक जवाब दिया है। चौधरी का कहना है कि अगर अंग्रेजों से इतनी ही समस्या है तो राष्ट्रपति भवन खाली करें। साथ ही नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक को भी उड़ा दें। अधीर रंजन ने कहा, ‘राष्ट्रपति भवन तब वायसराय का घर हुआ करता था।’
वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के ‘संविधान में इंडिया दैट इज भारत’ लिखा है, वाले बयान पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, ”मैं विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को मेरे साथ आकर संविधान पढ़ने के लिए आमंत्रित करता हूं। ‘इंडिया दैट इज भारत’ अनुच्छेद 1 है। हमने उन्हें 19 जुलाई से पहले ऐसा कुछ भी कहते नहीं सुना था। अगर हम और संक्षिप्तीकरण करें और गठबंधन का नाम बदलकर INDIA भारत कर दें तो जयशंकर क्या करेंगे।”
राष्ट्रपति भवन में G20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण ‘भारत के राष्ट्रपति’ के नाम से भेजे जाने पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ”यह डर है, जबसे इस देश के प्रमुख दलों ने INDIA गठबंधन बनाया, जब से हमने अपने गठबंधन का नाम INDIA रखा है तब से इन लोगों को अपने देश से ही डर लगने लगा है। आप क्या-क्या बदलेंगे। इंडिया संविधान द्वारा दिया हुआ नाम है, आपको इसे बदलने का अधिकार किसने दिया?”
