चल रहा था जुआ…छापे के बाद मची भगदड़, 7 पुलिसकर्मी निलंबित

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस जुआ खेले जाने को लेकर छापेमारी करने पहुंची थी. पुलिस की अचानक हुई कार्रवाई से भगदड़ मच गई और एक शख्स की मौत हो गई. इस मामले में अब चौकी प्रभारी पुलिस उप निरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इन सभी को ड्यूटी निभाने में लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने डिपार्टमेंट के सीनियर्स को इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, जिसे लेकर उन पर कार्रवाई की गई है. वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों को अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया. मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है. पुलिस को सरदारनगर इलाके में जुआ खेले जाने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस टीम छापेमारी के लिए पहुंची थी.
सामने आया है कि, गुरुवार को हुई घटना में संतोष कुमार (46) गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने बताया कि बाद में शुक्रवार शाम को उन्होंने दम तोड़ दिया. बरेली के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) मुकेश चंद्र मिश्रा ने कहा कि संतोष कुमार के परिवार के सदस्यों ने भमौरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि सरदार नगर चौकी के कर्मचारियों द्वारा पिटाई के बाद उनकी मौत हो गई. मिश्रा ने बताया कि पोस्टमार्टम और घटनास्थल की जांच के बाद परिजनों की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि गुरुवार रात को आलमपुर जाफराबाद गांव के बाहर जुए की गतिविधियों की सूचना मिलने पर सरदार नगर के चौकी प्रभारी टिंकू कुमार और छह अन्य लोगों के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची. जब पुलिस टीम पहुंची तो जुआरी भागने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए नारायणा अस्पताल भेजा गया. हालांकि, पुलिस टीम ने घटना के बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित नहीं किया.
इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उप-निरीक्षक टिंकू कुमार, हेड कांस्टेबल पुष्पेंद्र राणा, मनोज कुमार, कांस्टेबल अंकित कुमार, दीपक कुमार, सत्यजीत सिंह और मोहित कुमार को लापरवाही, कदाचार और वरिष्ठ अधिकारियों को घटना के बारे में सूचित नहीं करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि पूरी घटना की जांच पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को सौंप दी गई है और मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.