जीआरपी ने पकड़ा 50,000 का इनामी, हत्या मामले में चल रहा था फरार

मुरादाबाद। काशीपुर (उत्तराखंड) में 2004 में हुई हत्या में दोषसिद्ध को रेलवे पुलिस ने गुरुवार को शाहजहांपुर से पकड़ लिया। 14 साल पहले पुलिस अभिरक्षा से फरार शातिर की गिरफ्तारी के लिए एसीजेएम कोर्ट (मुरादाबाद ) ने 50,000 का इनाम घोषित किया गया था। आरोपी ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के फतेउल्लाहगंज का मूल निवासी है जो नाम और भेष बदलकर शाहजहांपुर में था।

इनामी अपराधी की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस अधीक्षक रेलवे आशुतोष शुक्ल ने पत्रकार में दी। जीआरपी थाना प्रभारी के कक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी रेल ने इस कार्य के लिए यहां के जीआरपी थाना प्रभारी राजन शर्मा सहित सहयोगियों की पीठ थपथपाई।
बातचीत में दोष सिद्ध मोहसिन पुत्र हबीब खां का विवरण गिनाया। बताया कि हत्या के मामले में साल 2007 में मोहसिन को दोषी मान लिया गया। हत्या के मामले में आरोपी एसीजीएम हल्द्वानी के कोर्ट से पेश होकर साल 2009 में काठगोदाम एक्सप्रेस से देहरादून वापस जा रहा था।
इस दौरान मुरादाबाद के रामगंगा पुल के पास ट्रेन से फरार हो गया, इसकी गिरफ्तारी के लिए रेलवे पुलिस ने प्रदेश के अलावा दिल्ली और उत्तराखंड के संभावित ठिकानों पर लंबे समय से छापेमारी कर रही।
मुखबिर की सूचना के आधार पर उसे शाहजहांपुर जिले के गांव नवाबपुर से गिरफ्तार किया गया। मोहसिन पुवांया थाना क्षेत्र के इस गांव में मजीद खान के नाम से बस गया था। बढ़ई (कारपेंटर) का कार्य कर रहा था। पुलिस अभिरक्षा से फरार मोहसिन के खिलाफ साल 2012 में मुरादाबाद के एसीजेएम कोर्ट द्वारा इनाम घोषित किया गया था।