टीम ने पलवल में दिया ऑपरेशन को अंजाम

चंडीगढ़। राज्य सरकार द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान तथा नशा मुक्ति को लेकर किए जा रहे सार्थक प्रयास अब धरातल पर मूर्त रूप लेने लगे हैं । इसी कड़ी में हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने पलवल में केएमपी हाईवे पर लगभग 3 करोड रुपए की अनुमानित लागत का 40.15 क्विंटल चूरा पोस्त ज़ब्त करने में सफलता हासिल की है। यह हरियाणा एनसीबी के गठन के बाद अब तक की सबसे बड़ी सफलता है।

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा एनसीबी के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि नशा तस्कर पुलिस के रडार पर हैं और भविष्य में भी इसी प्रकार नशा तस्करो पर कार्यवाही की जाती रहेगी। सितम्बर माह तक, पुलिस विभाग द्वारा प्रदेश में नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 3269 मामले दर्ज किए है जिनमें 4456 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रदेश पुलिस ने सितम्बर माह तक कार्रवाई करते हुए ने 28.3 किलो हेरोइन, 185 किलो चरस, 6689 किलो गांजा, 330 किलो अफीम व 11,155 किलो चूरापोस्त, व 112 ग्राम कोकीन को ज़ब्त करने में सफलता हासिल की है। इसके अलावा प्रदेश पुलिस ने 3,16,684 प्रतिबंधित टेबलेट्स व 69,709 कैप्सूल्स भी ज़ब्त किए है।
गत दिवस केएमपी से भारी मात्रा में बरामद किए गए नशीले पदार्थ के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा एनसीबी को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि एक ट्रक, जो झारखण्ड से निकला है और पलवल के रास्ते जोधपुर जायेगा, उसमें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985 के तहत प्रतिबंधित मादक पदार्थ है और यदि त्वरित कार्रवाई की गई तो ट्रक को काबू किया जा सकता है। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि थाना सदर पलवल में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पकड़े गए ट्रक में यात्रा कर रहे दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी से मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क और उसके संचालन के बारे में और खुलासे होने की संभावना है। पुलिस महानिदेशक ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि अगर उन्हें कहीं पर भी नशा बिकता हुआ दिखाई देता है तो बेफिक्र होकर हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के टोल फ्री नंबर 90508 91508 पर सूचना दे । सूचना देने वाले का नाम व पता पूर्णतया गुप्त रखा जाएगा।