पिटबुल कुत्ते का हमला, 14 साल का लड़का बुरी तरह घायल

मेरठ: यूपी के मेरठ जिले में एक पिटबुल कुत्ते के हमले में 14 साल के एक नाबालिग लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र में स्थित नंगला हरेरू गांव की है। पीड़ित की पहचान अरमान के रूप में हुई है, जो घटना के समय दुकान से सामान लेकर घर जा रहा था। कुत्ते के हमले के दौरान लड़का से जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद कुत्ते ने उसे नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

स्थानीय लोगों ने घायल किशोर को मवाना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत कर आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने की मांग की है। मेरठ नगर आयुक्त डॉ. अमित पाल शर्मा ने कहा कि प्रतिबंधित कुत्ते पालने वालों को नगर निगम द्वारा नोटिस भेजा जाएगा। पालतू कुत्तों का नगर निगम में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। और उनको लगातार एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाना भी अनिवार्य है।
डॉग की मौत
गाजियाबाद के शाहपुर बम्हैटा में घर के बाहर खेल रहे 12 साल के बच्चे पर पागल कुत्ते ने हमला कर दिया। कुत्ते ने उसकी बायीं जांघ को नोच डाला, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गया। बच्चे को काटने के बाद शाम को कुत्ते की मौत हो गई। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। बच्चे को उसके पिता ने संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल ले जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई।
शाहपुर बम्हैटा निवासी मनोज का 12 वर्षीय पुत्र अंशू 24 अक्तूबर की शाम घर के बाहर खेल रहा था। शाम को अंधेरे में कुत्ते ने बच्चे पर पीछे से हमला कर दिया और बायीं जांघ पर बुरी तरह से काट डाला। इससे बच्चा जख्मी हो गया। बच्चे के पिता मनोज ने बताया कि बुधवार को कुत्ते की मौत हो गई। इसकी जानकारी शुक्रवार को मनोज ने संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल के एंटी रेबीज क्लीनिक पर दी। मनोज ने बताया कि बच्चे को उसी दिन संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी से एंटी रेबीज वैक्सीन लगवा ली गई थी। बच्चे ने दूसरी डोज लगवाई।
पशु चिकित्सक डॉ. विजय पाठक का कहना है कि पागल कुत्ता यानि वह कुत्ता जिसे रेबीज की बीमारी हो गई हो, उसे किसी भी दवा से ठीक नहीं किया जा सकता। वैसे भी यह बीमारी होने के बाद वह अधिक से अधिक सात से आठ दिन में मर जाता है। इंसान को भी अगर यह बीमारी हो जाए तो वह भी 10 से 12 दिन के अंदर मर जाता है। ऐसे में कभी कोई अनजान कुत्ता काट ले तो तत्काल रेबीज वैक्सीन जरूर लगवाएं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा, ‘एंटी रेबीज वैक्सीन मनुष्य के शरीर में एंटी बॉडी बनाती है, जिससे रेबीज वायरस से मरीज की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। जानवरों के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन जरूर लगवाएं।’
जिले में कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है। शुक्रवार को 103 बच्चों समेत 185 लोग कुत्ते के हमले में घायल हो गए। इसके बाद उन्होंने एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई। इसके अलावा पुराने मरीजों को लगाकर कुल 420 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।