बरेली के गांव खेऊ में महिला का मिला शव

बरेली के थाना शाही क्षेत्र के गौंटिया गांव में महिला भीमवती की हत्या का खुलासा जल्द ही होने की उम्मीद है। पुलिस को उसके घर में पेड़-पौधे मिले हैं। खेत में भी शव खींचने के निशान मिले हैं। भीमवती के पति नेपाल सिंह पर ही आरोप और शक की सुई टिकी है, जो अपने अस्पताल से लगातार पुलिस को उकसाने की कोशिश कर रही है। उसे जेल डिपो की तैयारी है. हत्या के आरोप में उसे पहली बार जेल की सजा भुगतनी पड़ी।

शनिवार रात भीमवती की हत्या कर दी गई थी। उनका शव पुआल में जलता मिला। हत्या की सूचना पर कुछ देर बाद ही गांव में भीड़ लग गई। जिस खेत में भीमवती का शव जली हालत में मिला वह गांव के शिवकुमार का है। नेपाल सिंह के घर से करीब 400 मीटर दूर है। खेत में महिलाओं के बाल बांधने का क्लिप भी मिला। पुलिस ने शव का सामान रखा है।
पहले भी जेल जा चुका हूँ पति
नेपाल सिंह के बारे में पुलिस को मिली जानकारी से पता चला कि वह वर्ष 2001 में गांव के मेघनाथ की हत्या में जेल जा चुका है। बाद में उसे ज़मानत मिल गयी थी। नेपाल सिंह ने पत्नी के लापता होने की दी सूचना, मुस्लिम साथियों को रात में नहीं दी थी सूचना। भीमवती के भाई डंकी गांव के निवासी विक्की राम के मुताबिक रविवार सुबह फोन कर नेपाल सिंह ने कहा कि आप लोग आ जाओ।
नेपाल सिंह ने पुलिस को पत्नी के प्रेम संबंध की जो बात बताई, उसमें यह नहीं बताया गया कि रात में भी उनका विवाद हुआ था। रिवाल्वर ने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने सुबह पांच बजे नेपाल सिंह को आग लगाने वाले पुआल के पास खड़े देखा था, जबकि यह बात नेपाल सिंह ने पुलिस को नहीं बताई। पुलिस का मानना है कि रात में शव को जलाने के बाद सुबह वह शव की स्थिति देखेगी।
पिता ने यह भी दिया गोलमोल उत्तर
नेपाल सिंह के बुजुर्ग पिता रोशनलाल भी पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहे हैं। असॉल्ट ने घर की पाइपलाइन बनाई। एक कमरे में अटारी चूड़ियों के बारे में पूछा गया तो पहले रोशनलाल ने इसे बच्चों की दुकान के बारे में बताया। फिर कहा कि भाईदूज पर उनकी शादीशुदा बेटी घर आई थी, ये उसकी चूची रही थी। पुलिस इस शिकायत से भी जांच कर रही है कि हत्या कहीं और करके शव ले जाया गया तो कम से कम दो लोगों की भूमिका रहेगी।
खेतीबाड़ी करती है पति
नेपाल सिंह के चार संत हैं। बेटी 11 साल की है और नौ, छह और तीन साल के बेटे हैं। वह खेतीबाड़ी करती है। उसके पास सात मंजिला जमीन है और गांव में छोटा सा घर है। पितालाल रोशन भी उनके साथ रहते हैं।