भारत की जीडीपी बढ़ने से बढ़ रही है नौकरियां

जीडीपी : अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक और भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि की सराहना की और कहा कि इस वृद्धि के कारण भारत में रोजगार के अवसर बढ़ सकते है । इसके अलावा, कारीगरों और कर्मचारियों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

एएनआई को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के अंतर्निहित आंकड़ों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि भारत में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। रोजगार, नौकरियाँ भी बढ़ी हैं। इसके साथ ही श्रमिकों एवं कारीगरों की क्षमता (गुणवत्ता) में भी वृद्धि हुई है।उन्होंने आगे कहा कि लॉकडाउन के दौरान और कोविड की दूसरी लहर के दौरान नौकरी और रोजगार के अवसर कम हो गए. पीएलएफ आंकड़ों से यह स्पष्ट हो जाता है. लेकिन बाद में स्थिति में तेजी से सुधार हुआ.
उन्होंने कहा कि नियमित वेतनभोगी कर्मचारियों की संख्या जो 2017-18 में 11.5 लाख थी वह अब बढ़कर 13 करोड़ हो गयी है.नौकरियों में यह बढ़ोतरी महिला कर्मचारियों में सबसे ज्यादा रही है। इसमें 29.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जबकि पुरुष कर्मचारियों की संख्या में 8.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. औपचारिक नौकरियों में 25.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस तरह कर्मचारियों की संख्या 1.2 करोड़ बढ़ गई है. इस इंटरव्यू में आईएमएफ के कार्यकारी निदेशक ने भी कहा.