हिलसा में बंद हुई रूट की बत्ती ऊहापोह में चालक ने रोकी ट्रेन

नालंदा: बालासोर हादसे के बाद रेलवे ने सतर्कता के साथ ही कर्मियों पर शिकंजा कसा है. बावजूद, रघुनाथपुर रेल हादसा हो गया. इस हादसे से रेलवे अभी पूरी तरह उबरा भी नहीं है कि हिलसा में भी हादसे की आशंका को लेकर लोग असमंजस में पड़ गये. ऐसे हालात की देर शाम में हिलसा स्टेशन पर तब उत्पन्न हुई जब अचानक एक ही पटरी पर दो गाड़ियों के आने की चर्चा होने लगी.

हिलसा स्टेशन पर मगध एक्सप्रेस और मालगाड़ी की क्रॉसिंग होना तय हुआ. नई दिल्ली-इस्लामपुर मगध एक्सप्रेस प्लेटफार्म संख्या दो पर खड़ी हुई. इसी बीच इस्लामपुर से अल्ट्राटेक की ओर जाने वाली मालगाड़ी को प्लेटफार्म संख्याएक पर आने के लिए सिग्नल दिया गया. लेकिन, उसके चालक ने होम सिग्नल पर मालगाड़ी को रोक दिया. मालगाड़ी के रोकने के बाद बंद रेलवे फाटक के पास मौजूद लोग एक ही पटरी पर दोनों गाड़ियों के आने की अफवाह फैला दी. मामला संज्ञान में आते ही स्टेशन मास्टर तत्काल मालगाड़ी के चालक से सम्पर्क किया तो स्पष्ट हुआ कि होम सिग्नल की रूट बत्ती नहीं जल रही थी. इसके कारण गाड़ी रोकी थी. स्टेशन मास्टर के आश्वासन के बाद ड्राइवर ने मालगाड़ी को होम सिग्नल से खोला और लुप लाइन में लेकर आया. इसके बाद मगध एक्सप्रेस इस्लामपुर के लिए प्रस्थान हुई. तब जाकर यात्रियों को जान में जान आयी.
और, रेलकर्मियों ने भी सुकून की सांस ली.
मालगाड़ी को लूप लाइन पर लाने के लिए सिग्नल दिया गया था. होम सिग्नल के पास लूप लाइन की बत्ती नहीं जलने के कारण ड्राइवार ने गाड़ी रोकी थी. गाड़ी आती भी तो कोई हादसा नहीं होता. सिग्नल की बत्ती बुझे होने संबंधी सूचना संबंधित विभाग को दी जा चुकी है.- शंकर कुमार, ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर, हिलसा