अब नजर से होगी पहचान: बुजुर्ग व किसानों को मिलेगी राहत

झुंझुनू: बढ़ती उम्र के कारण अंगूठे के फिंगरप्रिंट नहीं आने पर खाद्य सुरक्षा योजना के तहत राशन नहीं मिलने से परेशान लाभार्थियों को जल्द राहत मिलेगी। पोस मशीन पर ऐसे लाभार्थियों के अंगूठे की जगह आंख की पुतलियों से सत्यापन के लिए राशन की दुकानों पर आइरिश स्कैनर लगाए जाएंगे।

नए साल के पहले यह स्कैनर राशन की दुकानों पर स्थापित कर दिए जाएंगे। प्रदेश में राशन की दुकानों पर यह स्कैनर उपलब्ध होंगे।
खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार बढ़ती उम्र के साथ अंगूठे के फिंगरप्रिंट की समस्या हो जाती है।
साथ ही पत्थर की खानों में काम करने वाले मजदूरों, खून की कमी से पीड़ित लोगों को इस समस्या का ज्यादा सामना करना पड़ रहा है। राशन की दुकानों पर रिकॉर्ड चेक करने पर सामने आया कि ऐसे भी लाभार्थी थे जिनका एक बार सत्यापन हो गया लेकिन दूसरी बार नहीं हुआ।
पोस मशीनों में आइरिश स्कैनर अटैच करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए हर जिले में सम्बंधित फर्म की एक टीम जाएगी और राशन विक्रेताओं को आइरिश स्कैनर के संचालन की जानकारी दी जाएगी।