जनपद को माह के अन्त तक मिलेगी विभिन्न कम्पनियों की डीएपी एवं यूरिया की भारी खेप

अलीगढ़। जिला कृषि अधिकारी अमित कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में रबी फसलों की बुआई के लिए उर्वरक विक्रेताओं के बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में थोक उर्वरक विक्रेताओं से जनपद में रबी फसलों के लिए उर्वरक की आपूर्ति के बारे में जानकारी की गई। जिस पर उर्वरक विक्रेताओं ने बताया कि माह के अन्त तक इण्डोरामा एनपीके रैक 14ः28ः0 मात्रा 1000 मीट्रिक टन, 325 मीट्रिक टन 20ः20ः0ः13, आईपीएल पोटाश 2650 मीट्रिक टन, चम्बल फर्टीलाइजर पोटाश 350 मीट्रिक टन आगरा से, एनएफएल डीएपी 935 मीट्रिक टन, इफको डीएपी 1300 मीट्रिक टन एवं 150 मीट्रिक टन डीएपी मौजेक आगरा से उपलब्ध हो जाएगी। वर्तमान में लगभग 1700 मीट्रिक टन एनपीके जनपद के वफर में कृषकों को उपलब्ध कराने के लिए सुरक्षित रखा गया है।

डीएओ जायसवान ने थोक उर्वरक को निर्देश दिये कि समय से उर्वरक का एक्नोलेज किया जाना सुनिश्चित किया जाये। जनपद में रैक प्लान के अनुसार क्षेत्रीय उर्वरक प्रतिनिधियों जैसे- कृभको, इफको, इण्डोरामा, अपना यूरिया, चम्बल फर्टीलाइजर, यारा फर्टीलाइजर, कानपुर फर्टीलाइजर, एनएफएल फर्टीलाइजर, मौजेक, पीपीएल/नवरत्ना से सम्पर्क कर समय से जनपद के कृषकों को उर्वरक की आपूर्ति कराना सुनिश्चित करें। रबी 2023-24 में यूरिया डीएपी एवं अन्य फास्फेटिक, पोटेशिक उर्वरकों के साथ जिंक सागरिका एवं अन्य सूक्ष्म उर्वरक कृषकों जबरजस्ती न दिये जायें, यदि टैगिंग की शिकायत प्राप्त होती है, तो नियमानुसार कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई कम्पनी या थोक उर्वरक विक्रेता फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को टैगिंग करती है, तो शिकायत मिलने पर सम्बन्धित क्षेत्रीय उर्वरक प्रतिनिधि एवं थोक उर्वरक विक्रेताओं के विरूद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 में दिये गये प्राविधानुसार कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
उन्होंने कहा कि कृषकों को फुटकर उर्वरक विक्रेताओं, निजी क्षेत्र/सहकारिता के द्वारा यूरिया, डीएपी उर्वरक के साथ अन्य किसी भी प्रकार का लगेज किसान की बिना मर्जी के फर्जी तरीके से देने के लिएबाध्य न किया जाये। उन्होंने समस्त थोक उर्वरक विक्रेता को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा कि यदि उर्वरक आपूर्ति वितरण में अनियमितता पाई गई तो कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने निर्देशित किया कि सरकार द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में जनपद के फुटकर उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से कृषकों को पीएम प्रणाम योजना के अन्तर्गत यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया एवं डीएपी के स्थान पर एनपीके का प्रयोग करने के लिए विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराते हुए। व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कृषकों को ज्यादा से ज्यादा संतुलित मात्रा में रासायनिक उर्वरकों को प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जायें, जिससे मृदा स्वास्थ पर कम से कम प्रतिकूल असर पडे़। उन्होंने कृषकों को मृदा स्वास्थ बढ़ाने के लिए जैव उर्वरकों का प्रयोग कर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिये जाने का भी आव्हान किया। जिला कृषि अधिकारी अमित जायसवाल ने धनीपुर मंडी स्थित कृभकों के केंद्र पहुॅच लगभग 100 कृषकों को अपने सम्मुख खाद का वितरण कराया। उन्होंने कहा कि जनपद में उर्वरक की कहीं कोई कमी नहीं है। थोक उर्वरक विक्रेताओं के साथ बैठक कर जनपद में समस्त प्रकार के उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है।