दाखिला करा चुके 804 छात्रों के पंजीयन पर रोक

कटिहार: राज्य के मेडिकल कॉलेजों में नामांकन करा चुके एमबीबीएस कोर्स के 804 छात्रों के पंजीयन पर रोक लगा दी गई है. इनका पंजीयन अगले आदेश तक नहीं होगा. इनका नामांकन अब पूरी तरह से अधर में लटक गया है. इतने छात्रों का एमबीबीएस कोर्स में बीसीईसीई ने 30 सितंबर के बाद नामांकन लिया था.
वहीं बीसीईसीई ने स्ट्रे वैकेंसी के लिए 18 अक्टूबर तक च्वाइस फिलिंग कराया था. इसमें करीब 59 सीटें बची हुई थी. बीसीईसीई ने स्ट्रे वैकेंसी में नामांकन के लिए काउंसिलिंग पर रोक लगा दी है. अब नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) से पत्र प्राप्ति के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं छात्रों का आरोप है कि बिहार में विलंब से नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. इसकी वजह से छात्रों का कॅरियर दांव पर लग गया है. बीसीईसीई के ओएसडी ने अनिल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को बिन्दुवार जानकारी उपलब्ध करा दी गई है.
सरकार ने भी एनएमसी को पत्र भेज दिया है. फिलहाल 804 नामांकित छात्रों के भविष्य पर संकट के बदल मंडरा रहा है.

बीसीईसीई का तर्क है कि बिहार में नामांकन समय पर शुरू किया गया था. इसके अलावा छात्र भी पहले च्वाइस के आधार पर नामांकन नहीं लेते हैं, हमेशा अपग्रेड के चक्कर में रहते हैं. जिसकी वजह से इतने छात्रों का नामांकन फंसा है. हालांकि सरकार अपने स्तर से पूरा प्रयास कर रही है. इसमें कई राज्यों का मामला फंसा हुआ है.
इधर एनएमसी के आधिकारिक आदेश में लिखा गया है कि एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित थी. इस तिथि के बाद हुई काउंसिलिंग एनएमसी के आदेश का उल्लंघन है. सुप्रीम कोर्ट में भी एनएमसी ने 30 सितंबर तक नामांकन का शिड्यूल दिया है.
सरकारी डेंटल कॉलेज की 75 और निजी डेंटल कॉलेजों की 1 सीटें पर 30 सितंबर के बाद नामांकन हुआ है. वहीं, एमबीबीएस व डेंटल की 144 सीटें खाली रह गयी हैं.