दुकान व गोदामों में 5 ट्रक से अधिक पटाखों का जखीरा स्टोर किया

बिहार : शहर का मध्य इलाका छाता बाजार में मस्जिद के आसपास दुकान व गोदामों में पांच ट्रक से अधिक पटाखों का जखीरा स्टोर किया गया है. 20 बड़ी पटाखा दुकानें और गोदाम हैं. मस्जिद के नीचे मार्केट में अधिकतर दुकानें हैं. इन दुकानों में को जिला सहायक अग्निशमन अधिकारी विनय प्रसाद सिंह के नेतृत्व में ऑडिट व सर्वे किया गया. दुकानदारों ने वैध लाइसेंस भी नहीं दिखाया. अग्निशमन टीम ने सभी दुकानदारों को बालू व पर्याप्त मात्रा में पानी का उपाय करने का निर्देश दिया. खतरनाक स्थिति को भांपते हुए अग्निशमन अधिकारी त्रिलोकनाथ झा ने एक दमकल गाड़ी छाता बाजार में स्थायी रखने का आदेश दिया है.
विशेष शाखा ने इतने बड़े पैमाने पर शहर के मध्य में पटाखा स्टोर किए जाने से बड़ा खतरा बताकर मुख्यालय में रिपोर्ट की है. छाता बाजार पटाखा मंडी के बीच में मस्जिद है. ऊपर में मस्जिद और नीचे मार्केट में पटाखा दुकानें व गोदाम हैं. इसके कुछ दूरी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर है. इसके सटे आभूषण मंडी है. धनतेरस के दिन इस इलाके में इतनी भीड़ जुटती है कि यहां से पैदल निकलना भी मुश्किल होता है.

भीड़-भाड़ वाले इलाके में पटाखों का जखीरा सुरक्षा के दृष्टिकोण से खतरनाक बताया गया है. नगर थाने की पुलिस ने भी दुकानों का सर्वे किया है. पुलिस के सेक्टर पदाधिकारी ने भी थानेदार विजय कुमार सिंह को रिपोर्ट की है. उन्होंने भी मंडी में बड़े पैमाने पर पटाखा स्टोर किए जाने पर चिंता जताई है.
छाता बाजार में सजी दुकान.
पटाखा दुकान व गोदाम के लिए प्रशासनिक स्तर पर जांच टीम बनी है. जांच के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी.
-विजय प्रसाद सिंह, नगर थानेदार
ऑडिट रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जाएगी. साथ ही पटाखा दुकानदारों को भी हिदायत दी गई है.
-विनय प्रसाद सिंह, फायर अफसर
विषम परिस्थिति में इन नंबरों पर करें कॉल
9113130035 -सहायक जिला अग्निशमन अधिकारी
7485805840 – अग्निशमन कार्यालय
7485805841 – अग्निशमन कार्यालय
0621 22247222 – अग्निशमन कार्यालय
9431822336 – नगर थाना अध्यक्ष
9431800089 – नगर एएसपी
9473191765 – नगर एसपी
छाता बाजार उत्तर बिहार के लिए थोक पटाखा मंडी छाता बाजार उत्तर बिहार के लिए थोक पटाखा मंडी है. रिपोर्ट है कि हर साल दीपावली से पहले सिंडिकेट बना पटाखा में पूंजी लगाई जाती है. दोगुनी कमाई के कारण रसूखदारों की पूंजी लगती है. इस साल भी सिंडिकेट में 10 लोगों ने बड़ी पूंजी लगाई है.
एनजीटी की रोक के बावजूद इस मंडी में धड़ल्ले से पटाखे की बिक्री हो रही है.