कल होगा मोहन बराल का टाक शो

भिलाई। सिविक सेंटर कृष्ण अर्जुन रथ परिसर मे आज 28 अक्टूबर शनिवार शरद पूर्णिमा पर भिलाई के सुप्रसिद्ध और वरिष्ठ मूर्तिकार मोहन बराल की कला पर टाक शो किया जाएगा। ललित कला अकादमी के रीजनल सेन्टर खोले जाने हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र और ललित कला अकादमी नई दिल्ली को धन्यवाद देने के लिए यह शो शुरू किया गया है। जिसमे संध्या 6 से 7 बजे तक खैरागढ, रायपुर, बिलासपुर, कोडागांव, सरगुजा, दुर्ग, भिलाई के अलावा इस बार विदेशो में रहने वाले कलाकार भी आनलाईन संवाद करेंगे।

ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय, ललित कला अकादमी, नई दिल्ली के पांच सदस्यीय कमेटी ने भिलाई का दौरा किया था। चेयरमेन प्रोफेसर वी नागदास, डिप्टी सेक्रेटरी रहस मोहन्ती और सुप्रीम कोर्ट के लिगल एडवाइजर वी.एस.आर. कृष्णा जैसे लोगो से सुसज्जित इस हाईपावर कमेटी ने यहां के कला-संस्कृति की भूरी-भूरी प्रशंसा की है। और इसे भविष्य में भारत का एक बेहतरीन सेन्टर बन सकने लायक स्थान निरूपित किया है। जिससे छत्तीसगढ़ के कलाकारो और खैरागढ से पढकर देश विदेश मे बसे हुए कलाकारो मे खुशी की लहर व्याप्त है। कला के जानकार तथा समस्त साधकगण इस भागीरथी प्रयास के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र को साधुवाद दे रहे हैं। उनका मानना है कि इससे भिलाई शहर मध्यभारत में कला-संस्कृति के एक बड़े केंद्र के रूप मे उभर सकता है। इससे अपनी कला के लिए महानगरों में गये हुए कलाकार भी वापस अपने छंइयां-भुइयां में आकर काम कर सकते हैं। बहरहाल भिलाई मे चल रहे इस टाक शो की गूंज वैश्विक कलाजगत मे हो रही है तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी इसमें भाग लेने आतुर हैं।
टाक शो हेतु रथ परिसर के पास चित्र और मूर्तियों की खुले में प्रदर्शनी लगाई जाती है जिसे देखने के लिए मिनी इंडिया कहलाने वाले भिलाई की कलाप्रिय जनता उमड़ रही है। यहां आकर आम नागरिक भी कला के गूढ तत्वों को समझ रहे हैं और अपने बच्चो के लिए इसमें कैरियर तलाश रहे हैं। यहां उल्लेखनीय है कि दुनिया में अमन-चैन और आत्मिक शांति के लिए बडे़-बड़े साइंटिस्ट भी अब कला को ही सर्वश्रेष्ठ माध्यम मानते हैं। टाक शो मे आज के कलाकार मूर्तिकार मोहन बराल हैं जो पेशे से डी.पी.एस. दुर्ग में आर्ट टीचर हैं तथा तालपुरी में उनकी स्टूडियो है। वे खैरागढ से मूर्तिकला में बी.एफ.ए. तथा एम.एफ.ए. की शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। बेस्ट टीचर एवार्ड के साथ ही उन्हें नेशनल यूथ फेस्टिवल गुलबर्ग, जबलपुर, एस.सी.जेड. नागपुर, महाकौशल कला परिषद रायपुर, भिलाई, दुर्ग और मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने मुबंई, दिल्ली, गाजियाबाद, बौद्धगया, बचेली में वर्कशॉप तथा प्रदर्शनी लगाई है। ललित कला अकादमी के उदयपुर राजस्थान तथा भिलाई कैम्प में उन्होंने सहभागिता निभाई है। मुख्यमंत्री निवास, विधानसभा भवन, राज्योत्सव एवं रायपुर एयरपोर्ट में उन्होंने अपनी कला का जादू बिखेरा है। उनकी कला भारत के अलावा विदेशो में भी संग्रहित की जा चुकी है। भिलाई रायपुर के सैकड़ो होटलो और नीज आवासों में उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियां शोभायमान है। एब्सट्रेक्ट आर्ट में उनके द्वारा बनाए गए मूर्ति और चित्रकला नवागंतुक कलाकारो के लिए प्रेरणास्पद हैं। उनके टाक शो को लेकर खैरागढ के साथ ही स्थानीय कलाकारो में जबर्दस्त उत्साह है।