बिजली आन्दोलन का 317 वां दिन, महिलाएं भी पहुंचने लगीं समर्थन देने

रीवा। विधुत विभाग की मनमानी से हर वर्ग, हर पार्टी का कार्यकर्त्ता त्रस्त है। लगातार 317 दिनों से अनशनरत एडवोकेट विजय मिश्रा ने कहा कि विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी मनमाने बिल की समस्या लेकर आ रहे हैं। विजय मिश्रा ने कहा कि जनता की यह सोच कि अमुक व्यक्ति लड़ाई लड़ रहा है तथा सहयोग न करना, जनता की परेशानियों का कारण है।

विदित हो कि अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा गत 07 दिसंबर 2022 से विधुत विभाग के मनमाने बिलों के विरोध में कमिश्नर कार्यालय के सामने धरने में बैठे हैं। विजय मिश्रा का कहना है कि विधुत विभाग की लूट तब तक बंद नहीं होगी, जब तक जिम्मेदार दोषी कर्मचारी/अधिकारी पर एफआईआर दर्ज नहीं होगी। इसीलिए जनता की परेशानी के इस मुद्दे पर तब तक बैठने का प्रयास करेंगे, जब तक एफआईआर नहीं हो जाती।
शुक्रवार को विजय मिश्रा के समर्थन में समाजसेवी विष्णुकांत विश्वकर्मा,सत्याग्रही डा.तोषण सिंह ई. सी.सदस्य, एड.अंजना सिंह, एड.शिवेन्द्र सिंह बघेल, एड.पुष्पेन्द्र वर्मा, राजकुमार सिंह,प्रथम अमिलीय,मालिक अमिलीय,एड.मिथिलेश यादव,एड.कुलदीप सिंह,प्रकाश श्रीवास्तव,दुर्गेश तिवारी, एड.श्रीश तिवारी, एड.रंगेश सिंह,रामलखन पांडेय,रामायण प्रसाद तिवारी,ओंकार कुशवाहा,हारुन अंसारी,रामावतार सिंह,विजय गोस्वामी, सुशीला, मंजुला आदि प्रताड़ित विधुत उपभोक्ता रीवा कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना स्थल में उपस्थित हुए।