राजकीय वरिष्ठ पाठशाला छयूर में घायलों को बचाने की तकनीक सिखाई

कुल्लू: जिला कुल्लू की राजकीय वरिष्ठ पाठशाला छैउर में स्कूल आपदा प्रबंधन योजना पर चर्चा की गई. इस दौरान स्कूली बच्चों को किसी भी आपात स्थिति में घायलों को प्राथमिक उपचार देने और बचाव कार्य के गुर सिखाए गए। आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर उपरोक्त कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से विद्यालय में आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना एवं प्रशिक्षण की जानकारी वितरित की गई। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की सुरक्षा योजना पर चर्चा की गई, जिसमें स्कूल स्टाफ और आपदा प्रबंधन इकाई के प्रभारी ने भाग लिया। इस दौरान सामाजिक संस्था चेतना समिति कुल्लू और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने स्कूल प्रबंधन से स्कूल सुरक्षा योजना को अपडेट रखने का आग्रह किया।

साथ ही स्कूल के आसपास किसी भी प्रकार की वस्तु या अन्य चीजें जो परेशानी पैदा कर सकती हैं, उन पर ध्यान देने और उन्हें प्रबंधित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन को आपदा के खतरे को जानना चाहिए और इसके नुकसान को कम करने के लिए समय पर प्रयास करना चाहिए। संस्था के प्रतिनिधि हीरा लाल ठाकुर ने बच्चों को जलवायु परिवर्तन एवं आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी. आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ बेली राम नेगी और योग राज ठाकुर ने बच्चों को आपातकालीन स्थिति में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके घायलों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने और जोखिम को कम करने की तकनीक बताई और इसका अभ्यास कराया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर व्यक्ति को बचाया जा सकता है। प्रधानाचार्या अनिता कुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया।