भ्रष्टाचार में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का स्थानांतरण

अलीगढ़: राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य योगेंद्र माहुर पर लगे छह भ्रष्टाचार के आरोपों में से जांच में पांच सिद्ध पाए गए हैं. निदेशक की रिपोर्ट पर प्राचार्य का स्थानांतरण राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज कानपुर कर दिया गया है.
राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के संचालन के बाद से प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन प्रो. योगेंद्र सिंह माहुर को आयुष विभाग ने प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 2018 से अब तक वह प्राचार्य के पद पर कार्य करते रहे. इस दौरान उनके कारनामे जिले से लेकर शासन तक चर्चाओं में रहे. कारनामों की शिकायत पूर्व विधायक दलवीर सिंह व कर्मचारी की पत्नी लक्ष्मी देवी ने शासन में की थी. जिसको गंभीरता से लेते हुए शासन ने जांच बैठा दी थी. होम्योपैथी निदेशक डॉ. अरविंद कुमार वर्मा को जांच अधिकारी नामित किया गया. लगभग पांच से छह माह की जांच में प्राचार्य दोषी पाए गए.

अब प्रोफेसर प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन के पद पर तैनाती उप सचिव प्रेम प्रकाश ने पत्र जारी कर प्राचार्य योगेंद्र माहुर को वर्तमान पद से स्थानान्तरित करते हुए राजकीय पंडित जवाहर लाल नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सालय कानपुर में प्रोफेसर प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन के पद पर तैनात कर दिया है. इस प्रकरण में प्रोफेसर पर होने वाले दंडात्मक कार्यवाही को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज की संस्तुति के बाद आदेश निर्गत किया जाएगा.