रांची तापसा कंपनी के पास 13.80 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति, पांच साल में कंपनी की संपत्ति का खुलासा

झारखण्ड: रांची के पूर्व प्रधान आयकर आयुक्त तापस कुमार दत्ता ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी ज्ञात आय स्रोत से 13 करोड़ 80 लाख 25 हजार 716 रुपये अधिक संपत्ति अर्जित की है. सीबीआई की जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
सीबीआई ने जांच में जो तथ्य पाए हैं उसके मुताबिक, रांची में प्रधान आयकर आयुक्त के पद पर रहते हुए तापस कुमार दत्ता ने 1 अप्रैल 2012 से 12 जुलाई 2017 के बीच यह संपत्ति अर्जित की थी.
बता दें कि शुरुआती जांच में सीबीआई ने दत्ता की संपत्ति 9 करोड़ 78 लाख 61200 रुपये पायी थी. इसके बाद सीबीआई के डीएसपी आरवी यादव के बयान पर आय से अधिक व पीसी एक्ट की संगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. तापस कुमार दत्ता 1985 बैच के आईआरएस अफसर रहे हैं.

परिजन सूद पर लगाते थे पैसेसीबीआई ने जांच में पाया है कि तापस के परिजन भी सूद पर पैसे लगाते थे. जांच में यह बात सामने आई है कि विश्वनाथ अग्रवाल के जरिए ही तापस कुमार दत्ता ने संतोष कुमार शाह नामक एक व्यक्ति को भी 2.50 करोड़ रुपये का लोन दिया था. इस लोने के एवज में तापस कुमार दत्ता को प्रतिमाह छह प्रतिशत का ब्याज मिलता था. जांच में यह बात भी सामने आई है कि उनकी पत्नी ने भी कैश लोन दिया था.
डिस्चार्ज पीटिशन हो चुका है खारिज
सीबीआई कोर्ट ने सितंबर में तापस कुमार दत्ता, उनकी पत्नी रुपर्णा दत्ता, संतोष कुमार साह व विश्वनाथ अग्रवाल की डिस्चार्ज पीटिशन को खारिज कर दिया था. तीनों आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किया जाएगा. गौरतलब है कि सीबीआई ने 13 जुलाई 2017 को तापस दत्ता व उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. तब सीबीआई ने तीन करोड़ से अधिक नकदी व 6.60 किलोग्राम सोना बरामद किया था.
कोलकाता में खरीदी थी शराब कंपनी के नाम पर फ्लैट
तापस कुमार दत्ता ने कोलकाता के कैनाल सर्कुलर रोड में 4.11 करोड़ में एक फ्लैट खरीदी थी. सीबीआई ने जांच में पाया है कि यह जमीन विश्वनाथ अग्रवाल नाम के कारोबारी के सहयोग से तापस ने खरीदी थी. उन्होंने यह फ्लैट मेसर्स झरना लीकर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर खरीदी थी. विश्वनाथ अग्रवाल भी इसी कंपनी के निदेशक हैं. सीबीआई ने जांच में पाया है कि फ्लैट की खरीद के लिए पैसे का भुगतान भी तापस कुमार दत्ता ने ही किया था.